नई दिल्ली, 29 जून . देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान के अजमेर में पुलिस ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से रह रहे कुल 92 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है.
पूर्वी दिल्ली जिले में चल रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने 83 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, जिनमें 44 महिलाएं, 39 पुरुष और 33 नाबालिग शामिल हैं. ये लोग बिना वैध दस्तावेजों के मंडावली, मयूर विहार, कल्याणपुरी, गाजीपुर और आनंद विहार जैसे इलाकों में रह रहे थे. प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये लोग बांग्लादेश से नदी मार्गों के जरिए अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे.
स्पेशल स्टाफ की इस कार्रवाई का नेतृत्व इंस्पेक्टर जितेंद्र मलिक ने एसीपी ऑपरेशन्स पवन कुमार के मार्गदर्शन में किया. टीम ने इनपुट्स का इस्तेमाल करते हुए इन नागरिकों को चिन्हित किया और उनके पास से डिजिटल सबूत भी जब्त किए गए. सभी को उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत विदेशियों के पंजीकरण कार्यालय के साथ समन्वय कर डिटेंशन और निष्कासन की कार्रवाई में लगाया गया है, वहीं नाबालिगों के लिए बाल कल्याण मानकों के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं.
वहीं, राजस्थान के अजमेर पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अब तक की 19वीं कार्रवाई करते हुए दो पुरुष, दो महिलाएं और पांच बच्चों सहित 9 लोगों को हिरासत में लिया है.
दरगाह क्षेत्र, अन्दरकोट, तारागढ़ की पहाड़ी व अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में चलाए गए इस संयुक्त अभियान में करीब 50 संदिग्धों से पूछताछ की गई, जिनमें से 9 ने खुद को बांग्लादेशी नागरिक स्वीकार किया. पूछताछ में सामने आया कि ये लोग बेनापोल बॉर्डर से भारत में दाखिल हुए और मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे थे.
दिल्ली और राजस्थान पुलिस ने अवैध घुसपैठियों की पहचान, हिरासत और निष्कासन की नीति को लेकर स्पष्ट रुख अपनाया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, नवंबर 2024 से अब तक 120 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है. वहीं, अजमेर पुलिस ने कुल 52 नागरिकों को अब तक चिन्हित किया है.
पुलिस ने दोहराया कि यह अभियान कानून-व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए निरंतर जारी रहेगा, ताकि शहरी बस्तियों में छुपे ऐसे अवैध विदेशी नागरिकों को पहचान कर निष्कासित किया जा सके.
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डीएससी/एबीएम