कई दिनों की भारी बारिश के बाद लाओस में बाढ़

विएंतियाने, 1 अक्टूबर . लाओस के कई प्रांत लगातार बारिश से प्रभावित हुए हैं, जिससे बाढ़ आ गई है. हालात को देखते हुए निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है. परेशानी की बात ये है कि झमाझम बारिश से नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है.

मध्य लाओस के जायसोम्बौन प्रांत के अधिकारियों ने भीषण बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है और तीन लोगों की जान भी चली गई है. आपातकालीन सेवाएं और स्थानीय अधिकारी निवासियों की सहायता के लिए मौके पर मौजूद हैं.

दक्षिणी लाओस के सवानाखेत प्रांत में भी पिछले सप्ताह लगातार बारिश ने तबाही मचाई. सवानाखेत प्रांत के गवर्नर बौंचोम ओबोनपासेउथ ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां 18 गांव और 3,165 हेक्टेयर धान के खेत बर्बाद हो गए हैं और 2,608 परिवार विस्थापित हो गए हैं. एक स्कूल और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. अधिकारी आपातकालीन सहायता प्रदान कर रहे हैं.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, लाओस के कृषि एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बारिश के बाद मेकांग नदी और उसकी सहायक नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए बाढ़ की चेतावनी जारी की है. कुछ नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी आगे बढ़ गया है. चंपासक प्रांत के पाक्से जिले में मेकांग नदी का जलस्तर 10.93 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी सीमा 11 मीटर के करीब है.

लाओस मौसम ब्यूरो ने भी बारिश जारी रहने की दशा में बाढ़ की आशंका जताई है. अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपना सामान ऊंची जगहों पर ले जाने और सतर्क रहने का आग्रह किया है.

पिछले हफ्ते, लाओस मौसम ब्यूरो ने तूफान काजिकी को लेकर चेतावनी जारी की थी. 25 अगस्त से 31 अगस्त तक देश के कई इलाकों में व्यापक गरज, भारी बारिश और तेज हवाएं चली थीं.

कई दिनों तक हुई भारी बारिश के कारण लाओस के कई हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे घरों, सड़कों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा. अधिकारियों ने बारिश जारी रहने पर बाढ़ के और खतरे की चेतावनी दी है.

मध्य लाओस के खम्मुआन प्रांत में भारी बारिश से आठ गांवों में बाढ़ आ गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों और प्रांतीय आपदा प्रबंधन टीमों ने राहत कार्य शुरू किए, जिसमें जल प्रवाह बहाल करने के लिए बंद नालों और मलबे को साफ करना शामिल था.

केआर/