Wednesday , 29 March 2023

देश का पहला बाजरा रिसर्च स्टेशन के लिए जमीन आवंटित:40 हेक्टेयर जमीन पर 100 करोड़ की लागत से बनेगा अनुसंधान

बाड़मेर . 40 हेक्टेयर जमीन पर तैयार होगा बाजरा रिसर्च स्टेशन, 100 करोड़ की लागत से बनेगा. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है.

बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी में भारत का पहला बाजरा अनुसंधान संस्थान प्रोजेक्ट दो सालों से केंद्र व राज्य के तालमेल और जमीन आवंटन के कारण अटका हुआ था. हाल ही राजस्थान कैबिनेट में जमीन आवंटन करने का फैसला किया गया है. अब 100 करोड़ की लागत से बनने वाला बाजरा अनुसंधान संस्थान का काम जल्द शुरू हो जाएगा. कृषि विज्ञान केंद्र ने कहा कि बाजरा अनुसंधान संस्थान से बाड़मेर सहित पूरे राजस्थान के किसानों को फायदा मिलेगा. इससे बाजरे के बिस्किट, केक पराठे, नमकीन के नए प्रोडेक्ट बनेगें इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी.

दरअसल, बाजरा उत्पादन में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है. राजस्थान में भी पश्चिमी राजस्थान में सबसे ज्यादा बाजरा होता है. दो साल पहले केंद्र सरकार ने बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी में बाजरा अनुसंधान केंद्र खोलने की घोषणा की थी. आईसीएआर की ओर से गठित कमेटी ने जून 2021 में आईसीएआर को रिपोर्ट सौंप दी थी. इसके बाद राज्य सरकार को कई बार पत्र लिखकर गुड़ामालानी में चिन्हित 100 एकड़ (40 हेक्टर) जमीन मांगी थी. इसकी रिपोर्ट भी राज्य सरकार को अप्रैल 2022 में भेज दी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा अनुसंधान के लिए जमीन नहीं दी गई है. समय पर जमीन नहीं मिलने से प्रोजेक्ट में देरी हो रही है. लेकिन राजस्थान सरकार ने बीते दिनों कैबिनेट मीटिंग में अनुसंधान के लिए जमीन आवंटित करने की मंजूरी दी गई है. संस्थान के लिए 40 हेक्टेयर जमीन टोकन मनी पर आवंटन करने का फैसला हुआ है.

बाजरे रिसर्च स्टेशन के लिए जमीन आवंटन के बाद अब जल्द काम होगा शुरू, बाजरे से बनेंगे, केक, नमकीन बिस्किट सहित अलग-अलग प्रोडेक्ट.

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