लालू यादव ने जीतन राम मांझी को जातिसूचक शब्‍द बोलकर दलित समाज को दी गाली : संतोष कुमार सुमन

पटना, 26 सितंबर . बिहार में एक बार फिर जातिगत राजनीति को लेकर सियासत तेज हो गई है. आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बयान को लेकर बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि लालू ने जीतन राम मांझी को जातिसूचक बयान देकर दलित समाज को गाली दी है.

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे और बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने से खास बातचीत में कहा, “मुझे लगता है कि पूरे बिहार का सर्टिफिकेट लालू यादव के पास ही है. मुझे उनकी सोच के बारे में नहीं मालूम है, लेकिन वह लोगों में भ्रम फैलाने के लिए यह सब कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “हम लोग एक कमजोर वर्ग से आते हैं, इसलिए लालू यादव ने जीतन राम मांझी पर नहीं, बल्कि पूरे समाज पर बयान दिया है. उनके 15 साल के जंगलराज में गुंडों को सत्ता का संरक्षण हासिल था. उस दौर में वह खुद को मसीहा की तरह दिखाते थे और बोलते थे कि हम दलितों के मसीहा हैं, लेकिन आज वही शख्स समाज के पिछड़े वर्ग को गाली दे रहा है. मेरा मानना है कि लालू यादव बुजुर्ग और बीमार हो चुके हैं, इसी वजह से वह ऐसी बातें कर रहे हैं.”

मंत्री संतोष कुमार सुमन ने तेजस्वी यादव पर भी पलटवार किया. उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव को कभी-कभी सापना आता है, वह अपनी सरकार के जंगलराज के सपने को देखते हैं और इसी वजह से उनको लगता है कि बिहार में अपराध बढ़ गया है. इसी कारण वह ऐसे बयान देते हैं.”

उन्होंने तेजस्वी के दौरे को लेकर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव ने पहले बिहार में यात्रा की, जब वह थक गए, तो बाहर घूमने के लिए चले गए. वह ऐसा ही करते आए हैं और अभी तक परिपक्व नहीं हुए हैं. इसलिए मैं उनसे यही कहूंगा कि वह समाज के बीच जाएं और उनके दुख-दर्द को समझें, तब हम समझेंगे कि वह समाज के मसीहा हैं.”

संतोष कुमार सुमन ने अपराध की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “छोटे-मोटे अपराध तो होते रहते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है. हमारी सरकार ने लगातार दोषियों पर कार्रवाई की है और उन्हें सजा दिलाने का काम किया है. वह अगर अपनी सरकार से इस सरकार की तुलना करेंगे, तो उन्हें पता चलेगा कि कितना क्राइम बढ़ा है.”

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