New Delhi, 28 जुलाई . Lok Sabha में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा जारी है. इस बीच, जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्री और सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने Lok Sabha में जवाब दिया. उन्होंने गौरव गोगोई पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस सांसद ने सेना की वीरता, शौर्य और पराक्रम पर एक भी शब्द नहीं कहा.
राजीव रंजन सिंह ने Lok Sabha में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान कहा, “आप (गौरव गोगोई) देशभक्ति की बात कर रहे हैं. आप इस पर बात कर रहे हैं कि कितने जहाज गिरे, लेकिन गौरव गोगोई ने एक शब्द भी सेना की वीरता, शौर्य और पराक्रम पर नहीं कहा. 2004 से 2014 तक यूपीए के शासनकाल में आतंकवाद पनपा है, उसे जगह मिली. जब यूपीए की सरकार थी, तब मैं भी सदन का सदस्य था और यूपीए शासन के समय (2004 से 2014 तक यूपीए के शासनकाल) में आतंकी घटनाओं में 615 लोग मारे गए, जबकि 2,006 लोग घायल हुए.”
उन्होंने आगे कहा, “वह आतंकवाद की बात कर रहे हैं. मैं उनको बताना चाहता हूं कि यूपीए शासन के दौरान Mumbai ट्रेन ब्लास्ट में 209 लोग मारे गए, 800 लोग घायल हुए. उस दौरान आपने क्या किया? 26/11 को पूरे Mumbai पर आतंकियों का कब्जा था. आपको बताना चाहिए था कि आतंकी कैसे घुसे? आपने क्या किया? उसमें 29 विदेशी नागरिक थे, Mumbai पुलिस के दो अधिकारी थे. आपने क्या किया था? आप घड़ियाली आंसू बहा रहे थे? आपने सदन में चर्चा करके गृह मंत्री को विदा करके आतंकवाद को पनपने दिया. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने की यूपीए सरकार में न साहस था, न दम, सिर्फ खानापूर्ति करते थे.”
राजीव रंजन सिंह ने मोदी सरकार के नेतृत्व की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “Mumbai की घटना का मुख्य कर्णधार जो अमेरिका में छिपा था, उसको देश में लाकर मुकदमा चलाने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया. भारत ने पहली बार आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का जो संकल्प लिया, वह 2016 में हुआ. आप पीएम मोदी को बताएंगे कि आतंकवाद से कैसे लड़ा जाए? देश में सबसे ज्यादा तो आप की सरकार रही, लेकिन आपने तो कुछ नहीं किया.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, “24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस था, जब पीएम मोदी मधुबनी में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करने गए थे. वहां, पीएम मोदी ने पहली बार पहलगाम की घटना पर बात की, और उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उनकी कल्पना से परे जवाब मिलेगा. पीएम मोदी ने अपना भाषण अंग्रेजी में दिया, क्योंकि वह चाहते थे कि दुनिया को पता चले कि हम आतंकवादियों के सामने झुकने वाले नहीं हैं और हम वापस लड़ेंगे.”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की सारी मिसाइलें हवा में ध्वस्त हो गईं, और पूरे देश ने देखा है कि फूलझड़ी की तरह वे उड़ गए थे. कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ. आप कितना भी भाषण दे लीजिए, कोई नहीं मानेगा, और यह पूरे देश ने टीवी पर देखा है.”
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