नई दिल्ली, 12 दिसंबर . महिलाओं की आमदनी बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना वरदान साबित हो रही है. इस योजना के माध्यम से महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं और खुद को आत्मनिर्भर बना रही हैं. कभी घर के कामकाज तक सीमित रहने वाली महिलाएं अब खुद का व्यवसाय चला रही हैं और अपने घर-परिवार की जिम्मेदारी उठा रही हैं.
हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर आयोजित सरस फूड फेस्टिवल में लखपति दीदी योजना से लाभान्वित महिलाओं का उत्साह देखने को मिल रहा है. देश के विभिन्न राज्यों से आई लखपति दीदियां अपने-अपने राज्यों के पारंपरिक व्यंजन बेचने के लिए यहां आई हैं. उनके द्वारा तैयार किए गए व्यंजन यहां पर बेचे जा रहे हैं.
लखपति दीदी योजना के लाभ से महिलाओं के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं. अब वह केवल घरेलू कामकाज तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आमदनी भी कर रही हैं. महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस योजना के बाद उनका जीवन बदल गया है. उनका कहना है कि पहले वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं, लेकिन अब आत्मनिर्भर हो गई हैं और अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार की देखभाल करने में सक्षम हैं. ये महिलाएं बताती हैं कि पिछले कई सालों में उनके जीवन में उतार-चढ़ाव आए, लेकिन जब से उन्होंने लखपति दीदी योजना का लाभ लिया उनकी जिंदगी बदल गई है. अब वह न केवल अपने घर का खर्च उठाती हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त हो गई हैं. सभी लखपति दीदियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है.
असम से आई रीता हजारिका ने बताया कि उन्होंने पांच साल पहले सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़कर लखपति दीदी योजना का लाभ लिया. इस योजना के तहत उन्हें बैंक से लोन मिला, जिसके बाद उन्होंने अपना स्टॉल खोला और अब चाय, चिकन करी, मोमोज जैसे व्यंजन तैयार कर बेच रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि पहले उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब वह आत्मनिर्भर हो गई हैं और जीवन में बदलाव महसूस कर रही हैं.
त्रिपुरा से आई कनिका मेहता ने को बताया कि मैंने पहले कभी सोचा नहीं था कि मैं घर से बाहर निकलकर अपना खुद का व्यवसाय करूंगी, लेकिन मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए जो अवसर दिए हैं, उससे हमारी जिंदगी बदल गई. अब मैं अच्छे से अपने घर का खर्च चला पा रही हूं और अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ा पा रही हूं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि इस योजना ने महिलाओं को खुद की पहचान बनाने का अवसर दिया है.
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से आई पाल्म प्रधम ने कहा कि पहले वह एक हाउसवाइफ थीं, लेकिन लखपति दीदी योजना से जुड़ने के बाद उन्होंने नूडल्स, चाऊमीन और आलू दम जैसे पारंपरिक व्यंजन बनाना शुरू किया. अब हमें अपने उत्पादों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और हम अपनी आमदनी से खुश हैं. मोदी सरकार की वजह से हम महिलाएं अब आत्मनिर्भर हो गई हैं और घर से बाहर आकर काम कर रही हैं.
पश्चिम बंगाल से आई मीनू समंता ने को बताया कि उन्हें इस योजना के तहत बैंक से लोन मिला और उन्होंने छोटे व्यवसाय की शुरुआत की, जो अब बड़े व्यवसाय में बदल चुका है. उन्होंने आगे कहा कि पहले मैं हाउसवाइफ थी, लेकिन अब मुझे आत्मनिर्भर होने का मौका मिला है. हमें लोन लेने में कोई परेशानी नहीं हुई और हम यहां दिल्ली में अपने पारंपरिक बंगाली व्यंजन बेच रहे हैं.
–
पीएसके/जीकेटी