Mumbai , 30 जुलाई . एनसीपी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने सुप्रिया सुले के ‘लाडली बहन योजना’ में भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए आरोप का समर्थन किया है. शशिकांत शिंदे ने कहा कि योजना का ऐलान Political लाभ के लिए किया गया.
शशिकांत शिंदे ने से बातचीत में कहा कि सुप्रिया सुले ने जो कहा वह बिल्कुल सच है. हमने विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था. 2023 के चुनाव से ठीक पहले इस योजना का ऐलान कर इससे Political लाभ लेने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया. यह पैसा किसी पार्टी का नहीं, जनता और राज्य का था, लेकिन उसे वोट बैंक बनाने के लिए बांटा गया. लाभार्थियों के नाम बाद में बदले गए, कुछ नाम हटाए भी गए. यह पूरे सिस्टम और चुनावी प्रक्रिया का दुरुपयोग था.
उन्होंने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग पर कहा कि कोकाटे का रवैया पूरी तरह गैरजिम्मेदाराना है. सदन में गंभीर कृषि चर्चा चल रही थी और मंत्री महोदय वहां ‘गेम’ खेल रहे थे. इससे बड़ी लापरवाही क्या हो सकती है? यह राज्य Government की विफलता का प्रतीक है. Chief Minister और उपChief Minister को चाहिए कि ऐसे मंत्री से इस्तीफा लें, लेकिन ये सिर्फ दिखावटी धमकियां दी जा रही हैं. कोकाटे जैसे लोगों को बचाया जा रहा है, क्योंकि Government को बहुमत के लिए उनका समर्थन चाहिए. अगर महाविकास आघाड़ी Government में ऐसा कुछ हुआ होता, तो तुरंत इस्तीफा लिया जाता. लेकिन आज की Government में मंत्री बेलगाम हो चुके हैं.
ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम के संबोधन को लेकर उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा चौंकाने वाला है कि भारत-Pakistan के बीच जंग उन्होंने रुकवाई थी. ट्रंप खुद ही ऐसे बयान देते हैं और फिर पलट भी जाते हैं. राहुल गांधी ने ठीक ही कहा है कि पीएम मोदी को सदन में बताना चाहिए कि ट्रंप का दावा झूठा है. मोदी Government संसद में जो बातें रख रही है, वो अगर ट्रंप के बयान से मेल नहीं खा रही तो Government को स्पष्टीकरण देना होगा. चाहे ऑपरेशन सिंदूर हो या 26/11 जैसे हमले, ऐसे राष्ट्रीय मुद्दों पर दलों को राजनीति नहीं करनी चाहिए. हम सबको मिलकर आतंक के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए. जहां कोई चूक हुई हो, वहां बहस हो, समीक्षा हो, और जो गलत है, उसे सुधारा जाए. लेकिन सुरक्षा पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
सुप्रिया सुले द्वारा पीएम मोदी की तारीफ पर उन्होंने कहा कि सुले का Prime Minister मोदी के वैश्विक नेतृत्व को लेकर दिया गया बयान बिल्कुल सही है. जब देश की बात हो, तो दल से ऊपर उठकर सोचना चाहिए. यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. ऑपरेशन सिंदूर में शामिल बहादुर सैनिकों में हमारी नारी शक्ति थी, और उनमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थीं. खुद शरद पवार ने भी इस साहसिक भूमिका की तारीफ की थी.
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एएसएच/डीएससी