New Delhi, 24 सितंबर . लद्दाख के उपGovernor कविंदर गुप्ता ने Wednesday को पिछले दो दिनों में लेह में भड़की हिंसा की कड़ी निंदा की. उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्र शासित प्रदेश में शांति भंग करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
स्थिति पर टिप्पणी करते हुए, उपGovernor ने कहा कि लोकतांत्रिक विरोध और संवाद लोगों का अधिकार है, लेकिन आगजनी, पथराव और सार्वजनिक व निजी संपत्ति पर हमले कभी भी उचित नहीं ठहराए जा सकते.
उपGovernor ने कहा, “हम जानते हैं कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है. यहां तक कि भूख हड़ताल भी लोकतांत्रिक परंपराओं का हिस्सा है. लेकिन पिछले एक-दो दिनों में हमने जो देखा है कि लोगों को भड़काया जा रहा है, नेपाल और बांग्लादेश से तुलना की जा रही है, निजी कार्यालयों और घरों में आग लगाने की कोशिश की जा रही है, पथराव किया जा रहा है. यह लद्दाख की परंपरा नहीं है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ समूह निहित स्वार्थों के लिए क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “इस हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान की जाएगी और उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा. इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. मैं लद्दाख के लोगों, खासकर युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.”
उपGovernor ने स्पष्ट किया कि Police और सीआरपीएफ के जवानों को केवल बंद के आह्वान के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया था. गुप्ता ने पूछा, “हमारे जवानों के पास सिर्फ लाठियां थीं, फिर भी सीआरपीएफ के जवानों को एक गाड़ी में आग लगाने की कोशिश की गई, यहां तक कि डीजीपी की गाड़ी पर भी हमला किया गया. क्या यही इंसाफ है? क्या हमें अपने जवानों को इस तरह निशाना बनने देना चाहिए?”
उन्होंने Political दलों से आगे आकर उपद्रवियों को अलग-थलग करने में मदद करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “कुछ लोग लद्दाख के युवाओं का रिकॉर्ड खराब करना चाहते हैं, ताकि उन्हें नौकरी न मिले. पर्यटन और स्वास्थ्य क्षेत्र में नई चीजें और सुधार किए जा रहे हैं. नई नौकरियों के लिए अधिसूचनाएं जारी की जा रही हैं. कुछ निहित स्वार्थी तत्वों को लद्दाख के शांतिपूर्ण माहौल को बर्बाद न करने दें.”
हिंसा में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, गुप्ता ने कहा कि प्रशासन ने शांति बहाल करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है. उन्होंने आगे कहा, “मैं सभी से सौहार्द बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने की अपील करता हूँ कि लद्दाख की शांति की परंपरा बरकरार रहे.”
–
एससीएच