दिंडोशी विधानसभा में बुनियादी सुविधाओं का अभाव, विकास के दावे झूठे : श्रीकांत शिंदे

मुंबई, 13 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दिंडोशी की सीट हॉट सीट बन गई है. यहां दो दिग्गज राजनेताओं के चुनावी मैदान में उतरने से चुनावी रण में शिवसेना के दोनों धड़ों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है.

इस सीट से एक तरफ महायुति से शिवसेना के संजय निरुपम तो दूसरी ओर महा विकास अघाड़ी से शिवसेना (यूबीटी) के सुनील प्रभु अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. दिंडोशी में हर चुनाव में स्थानीय मुद्दों का दबदबा रहता है. इस विधानसभा क्षेत्र में जमीन से लेकर नालों तक, पानी से लेकर स्लम्स का मुद्दा जोर पकड़े हुए है. जहां मौजूदा विधायक सुनील प्रभु विकास का दंभ भर रहे हैं, वहीं संजय निरुपम दिंडोशी में विकास के दावों को झुठला रहे हैं.

शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने राज्य में महायुति सरकार बनने का दावा किया है. उन्होंने जनता से संजय निरुपम को जिताने की अपील की. उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायक ने जनता की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी की है. पिछले 10 साल में इलाके में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. आम जनता की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ती गई हैं.

उन्होंने कहा कि महायुति सरकार ने अपने कार्यकाल में विकास के तमाम काम किए हैं. आम जनता की बुनियादी सुविधाओं, सड़क से लेकर मेट्रो तक, को बेहतर बनाने का काम किया है. इस विधानसभा क्षेत्र में बदलाव जरूरी है और “मेरा मानना है कि संजय निरुपम यहां से बड़ी जीत दर्ज करके विकास के तमाम कामों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे”.

महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में चुनाव होना है, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी.

एकेएस/एकेजे