हैदराबाद, 3 अप्रैल . भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (केटीआर) पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए गए हैं. इसके बाद उन्होंने बुधवार को तेलंगाना की मंत्री कोंडा सुरेखा, विधायक येन्नम श्रीनिवास रेड्डी और एक अन्य कांग्रेस नेता के. महेंद्र रेड्डी को मानहानि के लिए कानूनी नोटिस भेजा.
पूर्व मंत्री ने कुछ मीडिया संगठनों और यूट्यूब चैनलों को भी नोटिस भेजा है. केटीआर ने उन्हें माफी मांगने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है. ऐसा न करने पर उन्होंने मानहानि की कार्यवाही शुरू करने की धमकी दी है.
केटीआर ने पहले स्पष्ट कर दिया था कि वह उन पर निराधार आरोप लगाने वालों को नहीं छोड़ेंगे. चेतावनी दी कि वह मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएंगे.
बीआरएस नेता ने कहा कि पर्यावरण और वन मंत्री कोंडा सुरेखा को झूठे, निंदनीय और अपमानजनक बयान देने के लिए कानूनी नोटिस दिया गया है. कोंडा सुरेखा ने आरोप लगाया था कि केटीआर कथित फोन टैपिंग मामले में शामिल हैं.
नोटिस में कहा गया है कि आरोपों से बीआरएस विधायक की प्रतिष्ठा, छवि और सद्भावना को धूमिल करने के उनके दुर्भावनापूर्ण इरादे की बू आती है.
कोंडा सुरेखा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि केटीआर फोन टैपिंग में शामिल थे और फिल्म अभिनेत्रियों को धमकी दी थी. उन्होंने यह भी कहा था कि केटीआर, उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को जल्द ही घोटाले के लिए गिरफ्तार किया जाएगा, जिस तरह उनकी बहन कविता को शराब घोटाले में जेल भेजा गया था.
वहीं केटीआर ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी अपराध में शामिल नहीं हैं. कानूनी नोटिस के माध्यम से, केटीआर के वकील ने मंत्री से बयान वापस लेने और दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक कृत्यों से उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए बिना शर्त माफी मांगने को कहा है. कोंडा सुरेखा को आगे किसी भी दुर्भावनापूर्ण या तुच्छ मानहानिकारक कृत्यों में शामिल होने से बचने के लिए भी कहा गया है.
मंत्री कोंडा सुरेखा से कहा गया है कि यदि वह सात दिनों में माफी नहीं मांगती हैं, तो केटीआर उचित हर्जाना मांगने का अधिकार सुरक्षित रखते हुए उनके खिलाफ जरूरी और उचित कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए बाध्य होंगे.
इसी तरह के नोटिस महबूबनगर के विधायक येन्नम श्रीनिवास रेड्डी और सिरसिला के कांग्रेस नेता के. महेंदर रेड्डी को भी जारी किए गए. इन्होंने फोन टैपिंग में केटीआर की कथित भूमिका की जांच की मांग करते हुए हैदराबाद पुलिस आयुक्त के श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात की थी.
विधायक श्रीनिवास रेड्डी ने भी चुनाव से पहले अपने फोन टैप किए जाने की शिकायत डीजीपी रवि गुप्ता से की थी. उन्होंने दावा किया था कि यह एक पूर्व बीआरएस मंत्री के आदेश पर किया गया था.
महेंद्र रेड्डी ने कहा था कि फोन टैपिंग के आधार पर, वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने उन्हें राजन्ना सिरसिला जिले के बीआरएस नगरसेवकों को कांग्रेस में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित नहीं करने की धमकी दी थी.
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एफजेड/