Mumbai , 1 सितंबर . बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सेनन के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. वो संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की ब्रांड एंबेसडर बनाई गई हैं. यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक संस्था है जिसका कार्य महिला, पुरुष और बच्चों के अधिकार, स्वास्थ्य और समान अवसर के साथ सुखी जीवन को बढ़ावा देना है.
ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद उन्होंने अपनी भूमिका के बारे में बात की और बताया कि कैसे अपने करियर की शुरुआत में उन्हें लैंगिक असमानता का सामना करना पड़ा. कृति सेनन ने बॉलीवुड में वेतन असमानता के बारे में भी बात की.
सेनन ने से कहा, “मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. ये बहुत बड़ा सम्मान है और उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी भी. मैं इसके लिए बहुत उत्सुक हूं, क्योंकि मुझे हमेशा से ये लगता था कि मैं कुछ ऐसा बदलाव ला सकूं जो मेरे दिल के करीब हो. मेरा मानना है कि लैंगिक असमानता बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है. ये बहुत बड़ा मुद्दा है, फिर चाहे बात जेंडर बेस्ड वायलेंस की हो या गर्ल चाइल्ड एजुकेशन की हो. मुझे खुशी है कि मैं यूएनएफपीए के साथ मिलकर ऐसे लोगों के लिए अब कुछ कर पाऊंगी, उनका साथ दे पाऊंगी. यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है. मैं अपने देश का वैश्विक स्तर पर प्रतिनिधित्व करना चाहती थी, अपनी आवाज के जरिए ऐसे मुद्दों को उठाना चाहती थी, जिससे लोगों के जीवन खुशहाल बन सकें.”
उन्होंने लैंगिक असमानता के बारे में भी बात की और कहा, “छोटे-छोटे लेवल पर हम सभी इनसे दो-चार होते हैं. जैसे हमारी आवाज उतनी नहीं सुनी जाती जितनी मेल एक्टर्स की बात सुनी जाती है. जब कोई लड़की सवाल करती है तो उन्हें कम सुना जाता है, जबकि कोई मेल एक्टर ऐसा करता है तो उसे कहा जाता है कि देखो ये कितना जानकार है. ये बदलना चाहिए. साथ ही फिल्म इंडस्ट्री में वेतन असमानता भी एक मुद्दा है.”
उन्होंने यूथ को संदेश देते हुए कहा, “आप अपना मूल्य पहचानो. सभी लड़के-लड़कियों को अपने लिए खड़ा होना चाहिए. आपके साथ कोई दोयम दर्जे का व्यवहार न करे, इस बात का ध्यान रखें. अगर अपने आप पर काम करेंगे तो वो भी सफलता पा सकते हैं.”
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जेपी/केआर