सेलम, 14 जून . तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष के.पी. रामलिंगम ने शनिवार को कहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा अन्नादुराई द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी तय करेंगे.
सेलम में पलानीस्वामी के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद रामलिंगम ने यह बयान दिया है. इस मुलाकात में आगामी राज्य विधानसभा चुनावों की रणनीति और गठबंधन की तैयारियों पर चर्चा हुई.
रामलिंगम ने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु में एनडीए के नेता के रूप में पलानीस्वामी ही गठबंधन के दलों के लिए सीटों की संख्या तय करेंगे.
पत्रकारों द्वारा भाजपा की 78 सीटों की मांग पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “सीट बंटवारे का अंतिम फैसला पलानीस्वामी लेंगे और हम उनकी अगुवाई में एकजुट होकर काम करेंगे.”
रामलिंगम ने आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में पलानीस्वामी को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा, “भाजपा पूरे समर्पण के साथ पलानीस्वामी के नेतृत्व में काम करेगी ताकि सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार को सत्ता से हटाया जा सके. मेरा साफ तौर पर मानना है कि तमिलनाडु में एनडीए गठबंधन पलानीस्वामी के नेतृत्व में एकजुट होकर डीएमके के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश करेगा. तमिलनाडु में एनडीए जीत का परचम लहराएगी और हम ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने में सफल होंगे.”
उन्होंने डीएमके सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है और अपने चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रही है. द्रमुक ने किसानों की उपेक्षा की है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
“नादंताय वजी कावेरी” परियोजना का जिक्र करते हुए रामलिंगम ने पलानीस्वामी के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि पलानीस्वामी ने इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार से धन प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसका उद्देश्य कावेरी नदी और उसकी सहायक नदियों की सफाई करना है. यह परियोजना तमिलनाडु के पर्यावरण संरक्षण और जल संसाधनों के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी.
इसके अलावा, रामलिंगम ने पलानीस्वामी को मुरुगन भक्तों के एक सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण भी दिया.
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एकेएस/एकेजे