कोटा एसपी का बड़ा खुलासा, कहा- छात्रा का अपहरण नहीं हुआ, सुरक्षित घर लौटने की अपील की (लीड-1)

जयपुर, 20 मार्च . राजस्थान के कोटा में लापता हुई छात्रा के मामले में बुधवार को नया मोड़ सामने आया. ऐसी खबर सामने आई है कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ है.

कोटा की एसपी अमृता दुहन ने पत्रकारों को बताया, ”कोटा में छात्रा के अपहरण मामले में पुलिस ने काफी हद तक खुलासा कर दिया है. पुलिस जांच में अभी तक साफ हो चुका है कि छात्रा का कोई अपहरण नहीं हुआ है.”

उन्होंने आगे बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि छात्रा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची है. छात्रा के अपहरण जैसे कोई तथ्य फिलहाल सामने नहीं आए हैं.

पुलिस जांच में भी कई ऐसी बातें सामने आई हैं, जिससे पता चला है कि छात्रा के साथ कोई भी अपराध नहीं हुआ है. छात्रा अपने दोस्त के साथ विदेश में पढ़ाई करने जाना चाहती थी, इसलिए उसे रुपयों की जरूरत थी.

ऐसे में पुलिस ने मीडिया के माध्यम से छात्रा और उसके दोस्त से अपील की है कि वो जहां भी हैं या तो वे परिजनों से संपर्क करें या फिर नजदीकी पुलिस थाने में जाकर अपने सकुशल होने की जानकारी दें, ताकि चिंतित परिजन राहत की सांस ले सकें.

बता दें कि इससे पहले पुलिस ने कहा था कि छात्रा कोटा के किसी भी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई नहीं करती है. पुलिस के मुताबिक, 18 मार्च को एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें छात्रा दो लड़कों के साथ घूमती नजर आई थी. मामला पेचीदा लगा, लेकिन पुलिस इस एंगल पर कुछ भी कहने से बचती नजर आई थी.

छात्रा के पिता ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि उनके वाट्सएप पर एक मैसेज आया था, जिसमें मैसेज भेजने वाले शख्स ने कहा कि तुम्हारी बेटी का अपहरण कर लिया गया है. उसे तभी छोड़ा जाएगा, जब मांगी गई राशि मिलेगी. वहीं, पिता ने वाट्सएप मैसेज भेजकर कहा कि मुझे थोड़ा-सा समय दो. मैं तुम्हें पैसे दे दूंगा.

यही नहीं, अपहरणकर्ताओं ने छात्रा की फोटो भी पिता को भेजी, जिसमें उसे रस्सी से बांधा हुआ दिखाया गया. पुलिस ने पिता की तहरीर के बाद मामले में कार्रवाई तेज कर दी.

पुलिस ने छात्रा के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान भी किया. लेकिन, अब खुलासा हुआ है कि छात्रा का कोई अपहरण नहीं हुआ है. पुलिस ने अपील की है कि छात्रा सुरक्षित घर लौट जाए. बता दें कि पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच के लिए कई टीमों का भी गठन किया है.

एफजेड/एबीएम