जानिए, राष्ट्रीय राजमार्ग और जीटी रोड में क्या है अंतर

नई दिल्ली, 16 सितंबर . किसी भी क्षेत्र के विकास का पैमाना सबसे पहले वहां की सड़कों से तय किया जाता है. भारत में बेहद तेजी से अच्छी सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. आज देश के गांव-गांव में सड़कें बन रही हैं, इससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं.

आम आदमी को व्यापार के लिए बाजारों तक पहुंच बहुत आसान हो गई है. देश में नए हाइवे के लिए कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि राष्ट्रीय राजमार्ग और जीटी रोड में क्या अंतर है. राष्ट्रीय राजमार्ग और जीटी रोड की देखरेख कौन करता है. चलिए दोनों के बीच का अंतर समझते हैं.

राष्ट्रीय राजमार्ग जिसे आप आसान भाषा में एनएच कहते हैं. देश में मौजूदा समय में तेजी से हाइवे का जाल बिछाया जा रहा है. भारत सरकार द्वारा कई हाईवे प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है.

यहां आपके लिए जानने वाली बात यह है कि हाईवे बनाने का काम भारत सरकार के द्वारा किया जाता है, और इसका रखरखाव भी सरकार के अधीन ही है. राष्ट्रीय राजमार्ग एक जगह से दूसरी जगह को जोड़ता है और कई राज्यों से होकर जाता है.

वहीं, जीटी रोड के बारे में आपने सुना ही होगा. यह राष्ट्रीय राजमार्ग से अलग है. इसे ग्रांड ट्रंक रोड के नाम से भी जाना जाता है.

यह भारत की सबसे पुरानी सड़कों में से एक है और यह सड़क दिल्ली से कोलकाता तक जाती है. जीटी रोड करीब 2500 किलोमीटर लंबी है. जीटी रोड उत्तर भारत के कई महत्वपूर्ण सड़कों को जोड़ती है.

कहा जाता है कि इसे रोड को मुगल काल में शेरशाह सूरी ने बनवाया था. उस दौरान इस सड़क को सूरमार्ग कहा जाता था. हालांकि, ब्रिटिश काल में इस सड़क को फिर से पुनर्निर्माण कराया गया था. और इसे नाम दिया गया ग्रांड ट्रंक रोड.

वैसे आपको बता दें कि ग्रांड ट्रंक रोड को राष्ट्रीय राजमार्गों के रूप में वर्गीकृत तो किया गया है लेकिन वह औपचारिक राष्ट्रीय राजमार्ग प्रणाली से पहले की है. यह सड़क मुगाल काल में विकसित हुई और ब्रिटिश शासन के दौरान इसको फिर से ठीक-ठाक कर इसका नाम ग्रांड ट्रंक रोड दिया गया था. इसके विपरीत नेशनल हाईवे (एनएच) सड़कें भारत सरकार द्वारा विकसित और रखरखाव किए जाने वाले औपचारिक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का हिस्सा हैं.

जीटी रोड पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से होकर गुज़रती है

बता दें कि जीटी रोड को लेकर कई औपचारिक नंबरिंग प्रणाली नहीं होती है, जबकि एनएच को क्रमिक रूप से नंबर दिया गया है. जीटी रोड का प्रबंधन औपनिवेशिक लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाता था, जबकि एनएच सड़कों का रखरखाव भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) जो एक सरकारी एजेंसी है के द्वारा किया जाता है. भारत में कई जगहों पर इस जीटी रोड को राष्ट्रीय राजमार्गों में बदला गया है. इसे अलग-अलग जगहों पर नेशनल हाईवे 1, 2 और 91 से इंगित किया गया है.

इन दोनों में खास अंतर यह है कि नेशनल हाइवे जहां देश के कई शहरों को राज्यों को जोड़ता है. जो पूरे भारत में बड़े भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है. वहीं, जीटी रोड एक ऐसा मार्ग है जो दिल्ली से कोलकाता को जोड़ता है.

नेशनल हाइवे की देखरेख भारत सरकार के द्वारा किया जाता है. वहीं, जीटी रोड राज्य सरकारों के द्वारा अधीन है.

डीकेएम/