केकेएफआई ने आगामी खो-खो विश्व कप के लिए मजबूत भारतीय टीमों की घोषणा की

नई दिल्ली, 9 जनवरी . भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) और अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ (आईकेकेएफ) ने गुरुवार को आगामी खो-खो विश्व कप 2025 के लिए गुरूवार को मजबूत भारतीय पुरुष और महिला टीमों की घोषणा की, जिसका आयोजन 13 से 19 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में किया जाएगा. इस मेगा इवेंट के पहले संस्करण में 20 पुरुष टीमें और 19 महिला टीमें भाग लेंगी, जिसमें 23 देश इस टूर्नामेंट के लिए हमारे खूबसूरत देश में आएंगे.

पुरुष टीम का नेतृत्व प्रतीक वायकर करेंगे. एकलव्य पुरस्कार विजेता, जिन्होंने 2016 में भारत के लिए पदार्पण किया था, ने अपने पड़ोसी से प्रेरित होकर आठ साल की उम्र में खो-खो खेलना शुरू किया था. कंप्यूटर साइंस और फाइनेंस में डिग्री होने के बावजूद, उन्होंने पेशेवर रूप से खो-खो को अपनाया और खेल कोटे के माध्यम से नौकरी हासिल की. उन्होंने अल्टीमेट खो-खो लीग में तेलुगु योद्धा की कप्तानी की और उसे उपविजेता बनाया तथा फिर महाराष्ट्र को 56वीं सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक दिलाया.

अश्वनी कुमार शर्मा पुरुष टीम में अनुभव का खजाना लेकर आए हैं, उन्होंने इस खेल को पांच दशक से ज़्यादा का समय समर्पित किया है. उनके प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड में 2019 के दक्षिण एशियाई खेलों में पुरुष टीम को स्वर्ण पदक दिलाना और यूकेके के सीज़न 1 में ओडिशा जुगरनॉट्स के साथ जीत हासिल करना शामिल है. उन्हें उनके कोचिंग कौशल के लिए पहचान तब मिली जब उन्हें 2014 में दिल्ली का सर्वश्रेष्ठ कोच नामित किया गया. उनकी व्यापक पृष्ठभूमि और सिद्ध सफलता उन्हें टीम के लिए एक अमूल्य संपत्ति बनाती है क्योंकि टीम अपनी चैंपियनशिप महत्वाकांक्षाओं को पूरा करती है.

महिला टीम के लिए, प्रियंका इंगले को कप्तान के रूप में चुना गया है. वह 15 वर्षों में 23 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के बाद टीम का मुख्य हिस्सा रही हैं. उनकी उपलब्धियों में इला पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ सब-जूनियर खिलाड़ी), रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार (2022 सीनियर नेशनल) और चौथी एशियाई खो-खो चैंपियनशिप 2022-23 में स्वर्ण पदक शामिल हैं. एम. कॉम की डिग्री के साथ एक ऑलराउंडर, वह अब कठोर प्रशिक्षण दिनचर्या को बनाए रखते हुए मुंबई में आयकर विभाग में काम करती है.

टीम को सुमित भाटिया द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा, जो एक कुशल खो-खो कोच हैं. सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में कई पदकों सहित राष्ट्रीय उपलब्धियां. चौथी एशियाई खो खो चैंपियनशिप 2023 में महिला टीम के मुख्य कोच के रूप में, उन्होंने तीसरी एशियाई चैंपियनशिप और 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक सहित अंतरराष्ट्रीय जीत हासिल की है, जबकि वैश्विक आयोजनों में अंतरराष्ट्रीय रेफरी के रूप में भी काम किया है.

टीम की घोषणा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, “हमारी राष्ट्रीय टीमों का चयन खो-खो के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि हम पहली बार विश्व कप की मेजबानी करने की तैयारी कर रहे हैं. 23 देशों की भागीदारी के साथ, यह टूर्नामेंट वैश्विक मंच पर भारत की खेल विरासत को प्रदर्शित करेगा. हमारी पुरुष और महिला दोनों टीमें देश भर से बेहतरीन प्रतिभाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिन्हें एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है. प्रतीक वाइकर और प्रियंका इंगले के नेतृत्व में, हमारे अनुभवी कोचिंग स्टाफ के साथ, हम असाधारण प्रदर्शन करने के लिए आश्वस्त हैं. यह विश्व कप केवल एक टूर्नामेंट नहीं है; यह खो-खो के पारंपरिक भारतीय खेल से अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी आयोजन में विकास का प्रमाण है, जिसका लक्ष्य ओलंपिक स्तर तक पहुंचना है.”

10 दिसंबर, 2024 से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में गहन प्रशिक्षण शिविर के बाद टीम इंडिया के दस्तों का चयन किया गया. अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और महासचिव एमएस त्यागी के नेतृत्व में केकेएफआई चयन समिति ने पुरुष और महिला टीमों के लिए अंतिम 15 के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

प्रशिक्षण शिविर में कोचिंग स्टाफ के 60 पुरुष और 60 महिला खिलाड़ी शामिल थे.

पुरुष टीम :प्रतीक वाईकर (कप्तान), प्रबानी सबर, मेहुल, सचिन भार्गो, सुयश गरगते, रामजी कश्यप, शिवा पोथिर रेड्डी, आदित्य गणपुले, गौतम एम.के., निखिल बी, आकाश कुमार, सुब्रमणि वी., सुमन बर्मन, अनिकेत पोटे, एस. रोकेसन सिंह

स्टैंडबाय: अक्षय बांगरे, राजवर्धन शंकर पाटिल, विश्वनाथ जानकीराम.

महिला टीम: प्रियंका इंगले (कप्तान), अश्विनी शिंदे, रेशमा राठौर, भीलर देवजीभाई, निर्मला भाटी, नीता देवी, चैथ्रा आर., सुभाश्री सिंग, मगई माझी, अंशु कुमारी, वैष्णवी बजरंग, नसरीन शेख, मीनू, मोनिका, नाजिया बीबी

स्टैंडबाय: संपदा मोरे, रितिका सिलोरिया, प्रियंका भोपी.

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