‘किसान सम्मान निधि योजना ने बदली जिंदगी’, लाभार्थियों ने पीएम मोदी का जताया आभार

रोहतक, 21 फरवरी . प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के किसान लाभान्वित हो रहे हैं. इसका लाभ उठाने वाले किसानों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही है. उनका कहना है कि जब से यह योजना शुरू हुई है, उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और खेती-बाड़ी में राहत मिली है.

किसान जगमेन्द्र ने को बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई किसान सम्मान निधि योजना बहुत अच्छी है. इसके कई फायदे हैं. इससे खाद, बीज, दवाइयां या खेती और घर के किसी भी काम में जरूरत पड़ने पर मदद मिलती है. जब से किस्त आनी शुरू हुई है, कुछ फायदा हुआ है. अब तक 18 किस्तें आ चुकी हैं. कभी-कभी देरी हो जाती है, लेकिन फिर भी यह योजना लाभकारी है. पहले काफी दिक्कत होती थी. समय पर खाद, बीज या दवाइयां लेने के लिए पैसे नहीं होते थे. उधार लेना पड़ता था या किसी तरह काम चलाना पड़ता था. अब पैसे सीधे खाते में आते हैं, जिससे समय पर जरूरत की चीजें खरीदी जा सकती हैं. पहले जो लेने-देने की परेशानी थी, वह अब कम हो गई है. इस योजना से किसानों को राहत मिली है.

शिव कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई किसान सम्मान निधि योजना बहुत अच्छी है. इससे खाते में पैसे सीधे आते हैं, जो बहुत मददगार है. यह योजना किसानों के लिए लाभकारी है. इससे खाद, बीज और खेती के अन्य जरूरी कामों में खर्च करने के लिए पैसा मिल जाता है. पहले ये चीजें जुटाने में परेशानी होती थी, लेकिन अब इस योजना से काफी राहत मिलती है.

किसान मंजीत ने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना बहुत बढ़िया है. इससे किसानों को काफी फायदा होता है. यह गरीब किसानों के लिए बहुत अच्छी योजना है, जिससे उनका खर्च चलता है. इसके लिए मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहता हूं. पहले जब यह योजना नहीं थी, तो खाद और बीज के लिए पैसे जुटाने में दिक्कत होती थी. पैसे इकट्ठा करने पड़ते थे, तब जाकर खेती-बाड़ी का काम चल पाता था. अब पैसे सीधे खाते में आते हैं, जो बहुत लाभदायक है. पहले बिचौलियों और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते थे, फिर भी पूरे पैसे नहीं मिलते थे. अब पैसा सीधे खाते में आता है, जिसे हम अपने खर्च के लिए निकाल लेते हैं. अब तक 18 किस्तें आ चुकी हैं और 19वीं किस्त आने वाली है. यह बहुत बढ़िया योजना है. सारी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है, जिससे स्थिति साफ रहती है. इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद.

मंजीत ने कहा कि योजना बहुत फायदेमंद है, लेकिन दो हजार रुपये की किस्त से अब पूरा खर्च नहीं चलता, क्योंकि खाद और दवाइयां बहुत महंगी हो गई हैं. अगर यह राशि थोड़ी बढ़ जाए, तो किसानों को और सहूलियत होगी.

किसान उपेंद्र ने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को काफी लाभ मिलता है. पैसे सीधे बैंक खाते में आ जाते हैं, जो सबसे अच्छी बात है. पहले बिचौलिए किसानों का हक मार लेते थे, लेकिन अब पैसे सीधे खाते में आते हैं और बिचौलियों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता.

कृषि विभाग में कार्यरत दलवीर सिंह ने को बताया कि ‘किसान सम्मान निधि योजना’ बहुत शानदार है. इससे किसानों को काफी मदद मिलती है. किसानों को सालाना छह हजार रुपये मिलते हैं. किसान आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. वहां सभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा होते हैं. इसके बाद हम उन दस्तावेजों को सत्यापित करते हैं. पोर्टल पर दस्तावेज हमारे पास आते हैं और फिर हम उसे स्वीकृत कर देते हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान इस साइट पर आवेदन कर सकते हैं.

उन्होंने बताया कि इस योजना में कोई विशेष मानदंड नहीं है. सभी किसान, जिनके नाम पर जमीन है, इसका लाभ उठा सकते हैं. सरकारी नौकरी करने वाले, पेंशनभोगी (10,000 रुपये से अधिक पेंशन), डॉक्टर आदि इसके लिए पात्र नहीं हैं. डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंचता है. पहले की योजनाओं में किसानों को चक्कर लगाने पड़ते थे और वे थक-हारकर बैठ जाते थे. अब यह परेशानी खत्म हो गई है. यह बहुत अच्छी योजना है. छह हजार रुपये सालाना मिलने से किसान खाद, दवाइयों और खेती के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं.

दलवीर सिंह ने कहा कि इस योजना का मकसद किसानों का उत्थान करना है. इससे उनकी छोटी-मोटी आमदनी होती है, जिससे वे खेती-बाड़ी बेहतर तरीके से कर सकते हैं. पहले किसानों को समय पर खाद-बीज खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे. अब हर चार महीने में दो हजार रुपये मिलते हैं, जो मददगार होते हैं. जो किसान 1 फरवरी 2019 से पहले अपनी जमीन के मालिक थे या पिता की मृत्यु के बाद विरासत में जमीन मिली हो (बशर्ते मामला कोर्ट में न हो), वह इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.

पीएसके/एकेजे