हरियाणा में कांग्रेस बाप-बेटे की पार्टी बनकर रह गई : किरण चौधरी

भिवानी, 13 सितंबर . हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सियासी तपिश बढ़ती जा रही है. इसके अलावा, इन सब के बीच कांग्रेस में टिकटों के बंटवारे को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, जिस पर भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने प्रतिक्रिया दी.

किरण चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में एक दूसरे के जूतम-जुत, लट्ठम-लट्ठ हो रहे हैं. तमाम लोगों ने देखा कि आखिरी समय तक इनकी टिकट ही नहीं बंट पाई. कांग्रेस नेताओं ने अपने स्वार्थ की राजनीति की है, जिसके कारण हरियाणा में पार्टी पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने नेताओं को खत्म कर दिया है. अपनी ही नेताओं को खत्म करने वाली पार्टी आगे कैसे बढ़ेगी? हरियाणा में कांग्रेस बाप-बेटे की पार्टी बनकर रह गई है. स्वार्थ की राजनीति करने वाले दूसरे को कैसे बढ़ने देंगे. कई ऐसे लोग हैं, जो सालों से इनके साथ लगे हुए थे, उन्हें टिकट देने का वादा किया गया था, लेकिन उनके साथ धोखा किया गया.

उन्होंने कहा कि मैंने राम किशन फौजी का वह बयान भी सुना कि तू जा और तैयारी कर, तेरा टिकट पक्का है. राम किशन फौजी का कहना है कि उन्होंने बंसीलाल का घर छोड़ा और कांग्रेस में शामिल हुए, मुझे टिकट देने का वादा किया गया लेकिन, पार्टी ने मेरे साथ वादाखिलाफी किया.

किरण चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में क्षेत्रवाद हावी है. भिवानी को पाकिस्तान माना जाता था. कांग्रेस ने भिवानी के विकास को नजरअंदाज किया और सारा ध्यान रोहतक पर केंद्रित किया था. पार्टी में झूठ और स्वार्थ की राजनीति हावी होने की वजह से पार्टी के नेता एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए हैं.

उल्लेखनीय है कि हरियाणा में नई सरकार के गठन के लिए प्रदेश की सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं, 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे. प्रदेश में एक तरफ भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. इस सबके बीच आम आदमी पार्टी (आप) भी हरियाणा में अपनी जमीन तलाश रही है.

पीएसके/जीकेटी