चंडीगढ़, 14 जून . ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर केंद्र सरकार गंभीर हो गई है. इस विषय पर गठित संसदीय समिति ने Saturday को चंडीगढ़ में पंजाब की राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की. इसमें हिस्सा लेने आए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भाजपा पर निशाना साधा.
राजा वड़िंग ने कहा, “सरकार कह रही है कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से देश का पैसा बचेगा. अगर सरकार का मकसद पैसा बचाना है तो फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान के लिए लगभग 9000 करोड़ रुपए खर्च करने की क्या जरूरत थी.”
उन्होंने कहा कि पंजाब में अगला विधानसभा चुनाव 2027 में है जबकि अगला Lok Sabha चुनाव 2029 में होना है. सरकार बताए कि क्या पंजाब सरकार तोड़ेगी या फिर 2029 के Lok Sabha चुनाव में बदलाव किया जाएगा. अगर उपचुनाव की स्थिति बनी, उसके लिए क्या व्यवस्था है. ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ लोकतंत्र के खिलाफ है.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र के मुताबिक चुने गए व्यक्ति को पांच साल तक रहना है. अगर बीच में चुनाव हुए तो चुने गए प्रतिनिधियों का क्या होगा? जिला परिषद के जो चुनाव होते हैं, उसका क्या होगा? ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब मौजूदा सांसदों के पास भी नहीं है. सरकार को इसके बारे में आम जनता से राय लेनी चाहिए.
पंजाब भाजपा ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का समर्थन किया है. सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी स्वर्ण सिंह ने कहा कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ देश हित में है. देश में Lok Sabha और विधानसभा चुनाव अलग-अलग होने से समय और धन की बर्बादी होती है. विकास से संबंधित प्रोजेक्ट्स रुके रहते हैं. अगर चुनाव एक बार होगा तो पैसा और समय दोनों बचेगा. विकास की गति तेज होगी. इससे राष्ट्रीय या क्षेत्रीय दलों को कोई नुकसान नहीं होगा.
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का मसौदा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने तैयार किया है. समिति ने 47 राजनीतिक दलों से इस विषय पर बात की थी, जिसमें से 32 पार्टियों ने अपना समर्थन दिया था.
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पीएके/एकेजे