मुंबई, 22 फरवरी . गायिका-गीतकार राजा कुमारी का एल्बम ‘काशी टू कैलाश’ हाल ही में रिलीज हो चुका है. गायिका ने इसे भगवान शिव से प्रेरित एक गहरा व्यक्तिगत और आध्यात्मिक प्रोजेक्ट बताया. उन्होंने यह भी बताया कि भोलेनाथ ही उन्हें आध्यात्मिकता की ओर ले गए.
राजा कुमारी ने बताया कि वह आध्यात्मिक हैं और इस ओर कैसे आईं. उन्होंने कहा, “यह एल्बम कुछ मेरे लिए बेहद खास है, जिसे बनाने के लिए मुझे बुलाया गया था. हालांकि, दो साल पहले मेरा सफर कैंसिल हो गया और मैं जिंदगी में आध्यात्मिकता की ओर मुड़ गई. इसके बाद मैं केदारनाथ मंदिर जाने लगी. जब मैं भगवान शिव के सामने खड़ी हुई, तो मैंने पूछा कि मुझे आगे क्या करना चाहिए और उनका जवाब स्पष्ट था- समर्पण. तब से ही मुझे एहसास हो गया था कि यह पहला प्रोजेक्ट है जिसे मुझे बनाना है.”
महा शिवरात्रि के अवसर पर रिलीज यह एल्बम उनकी आस्था, भक्ति और परिवर्तन की यात्रा को दिखाता है. एल्बम में उनकी शास्त्रीय जड़ें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, खासकर ‘द डिस्ट्रॉयर’ में.
उन्होंने आगे बताया, “शिव तांडव हमेशा से एक ऐसा नृत्य रहा है, जिसे मैं बचपन से पसंद करती थी. शिव की तरह कपड़े पहनना और नृत्य करना हमेशा से मेरे जिंदगी का हिस्सा रहा है. मैंने अपने बचपन में मिले प्रशिक्षण और बचपन की रचनाओं को भी इस एल्बम में शामिल किया है.”
उन्होंने संस्कृत छंदों का उचित उच्चारण भी सुनिश्चित किया, उनका मानना है कि “जब आप शब्दों को सही ढंग से बोलते हैं, तो एक अलग ऊर्जा होती है.”
राजा कुमारी के लिए महाशिवरात्रि निजी और खास है.
उन्होंने कहा, “मैं महाशिवरात्रि के अवसर पर ध्यान लगाती हूं और मुझे उससे बहुत ऊर्जा मिलती है. मैं शिव और पार्वती की प्रेम कहानी से प्रेरित हूं, जिसने मुझे 16 सोमवार व्रत रखने के लिए प्रेरित किया. मैं चाहती हूं कि यह एल्बम लोगों के उत्सव का हिस्सा बने.”
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