शरीर की डिटॉक्स मशीन है किडनी, छोटी होकर भी करती है बड़े-बड़े काम

New Delhi, 11 अक्टूबर . हमारे शरीर में बहुत सारे अंग हैं, जो शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं. यकृत, त्वचा और लसीका ग्रंथियां शरीर को डिटॉक्स करने का काम करती हैं, लेकिन रक्त को फिल्टर करने का काम किडनी करती हैं.

किडनी शरीर में छन्नी का काम करती है, जो प्रतिदिन 150 लीटर रक्त को साफ करती है. इसके अलावा यह शरीर में कैल्शियम, फॉस्फोरस और पानी का संतुलन बनाकर हार्मोन्स को बैलेंस करती है, रक्त के पीएच को बैलेंस करती है और विटामिन डी का अवशोषण करती है.

आयुर्वेद में किडनी को वृक्क कहा गया है, जो मूत्र के जरिए शरीर से सारे विषैले पदार्थों को निकालती है. अगर किडनी सही तरीके से काम करना बंद कर दे तो पूरा शरीर कूड़ेदान बन जाएगा और शरीर में घातक बीमारियां होने का खतरा बना रहेगा. किडनी हमारे पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. इसमें समस्या होने पर पथरी, क्रॉनिक किडनी डिजीज, यूरिन इंफेक्शन और किडनी में सूजन हो सकती है.

आयुर्वेद में किडनी को दुरुस्त करने के बहुत सारे उपाय लिखे हैं. प्राकृतिक मूत्रवर्धक कहा जाने वाला गोरुख किडनी के लिए सबसे फायदेमंद माना गया है. गोरुख में जलन कम करने वाले और पथरी को घोलने वाले गुण होते हैं. इसका सेवन करने से पेशाब में जलन और पथरी जैसी समस्या में आराम मिलता है. नींबू और शहद भी किडनी के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं. सुबह गुनगुने पानी में नींबू और शहद का सेवन करने से किडनी का काम करने का तरीका दुरुस्त होता है और किडनी अच्छे से फिल्टर करती है.

इसके अलावा आंवला का सेवन भी किया जा सकता है, जो सिर्फ किडनी के लिए ही नहीं बल्कि पेट के लिए भी अच्छा होता है.

आंवले में विटामिन सी होता है, जो किडनी का ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करता है. नारियल पानी का रोजाना सेवन करना किडनी के लिए अच्छा होता है. नारियल पानी प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स पानी है, जो किडनी और पेट दोनों की सफाई करता है.

इसके अलावा पूरी नींद लेना, ज्यादा नमक और तैलीय खाद्य पदार्थों से परहेज करना, रोजाना लगभग 8 गिलास पानी पीना और सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना किडनी के लिए अच्छा होता है. योग से भी किडनी की उम्र को बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए कपालभाति, पवनमुक्तासन और भुजांसान किडनी में रक्त संचार को बढ़ाते हैं.

पीएस/वीसी