खड़गे ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की, सरकार बोली– हम तैयार

New Delhi, 21 जुलाई . Monday को संसद में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की गई. कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह मांग उठाते हुए कहा कि नियम 267 के तहत राज्यसभा के अन्य सभी कार्यों को स्थगित कर सबसे पहले जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर व उसके बाद की स्थिति पर चर्चा कराई जाए.

उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था. उन्होंने हमले के आरोपी चारों आतंकवादियों के अभी तक न पकड़े जाने को लेकर भी प्रश्न किया. वहीं, सत्ता पक्ष की ओर से नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि वे इस विषय पर चर्चा के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि राज्यसभा के सभापति दिन और समय तय करें, Government चर्चा करेगी और हर प्रश्न का जवाब देगी. हालांकि, विपक्षी सांसद आज ही इस विषय पर चर्चा चाहते थे, जिसके चलते सदन में नारेबाजी होने लगी और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.

राज्यसभा में इस विषय पर अपनी बात रखते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि Government ने हमको बताया कि आतंकवादी ठिकानों पर हमला कर उन्हें खत्म कर दिया गया है. हमने ही नहीं बल्कि सभी पार्टियों ने Government को आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा समर्थन दिया. कोई प्रश्न नहीं किया, ताकि सेना का मनोबल ऊंचा बना रहे. देश को मजबूत बनाने के लिए और देश में एकता बनाए रखने के लिए हमने पूरा समर्थन दिया, लेकिन हुआ क्या, पहलगाम हमले के आतंकी पकड़े नहीं गए. जम्मू कश्मीर के उप Governor ने स्वयं स्वीकार किया है कि यह एक इंटेलिजेंस फेल्योर था.

कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, उप सेना प्रमुख व एक वरिष्ठ डिफेंस अटैची ने बेहद संवेदनशील खुलासे किए हैं. पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सदन में जानकारी रखी जानी चाहिए. उन्होंने अमेरिका के President ट्रंप द्वारा भारत-Pakistan के बीच समझौता कराने का मुद्दा भी सदन के समक्ष उठाया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अभी तक 24 बार अमेरिका के President ट्रंप कह चुके हैं कि उनके हस्तक्षेप से India और Pakistan का यह युद्ध समाप्त हुआ है.

खड़गे का कहना था कि ट्रंप बार-बार यह कहते हैं कि आ रहे हैं, और कांग्रेस पार्टी की ओर से खड़गे ने इस बार अपनी आपत्ति दर्ज की. वहीं इसके जवाब में नेता सदन व Union Minister जेपी नड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि देश की आजादी के बाद से आज तक इस तरह की कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि Government इस विषय पर चर्चा के लिए सहमत है.

उन्होंने कहा कि सभापति इस चर्चा का दिन और समय तैयार करें. हम पूरी चर्चा के लिए तैयार हैं. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का कहना था कि Government पहले ही इस विषय पर चर्चा के लिए अपनी सहमति दे चुकी है. मुझे इस संबंध में राज्यसभा सभा सदस्य का प्रस्ताव भी मिला है जिस जिसको स्वीकार कर लिया गया है. सदन के नेता व अन्य सांसदों से चर्चा के उपरांत इस विषय पर चर्चा के लिए एक दिन और समय तय किया जाएगा. हालांकि, विपक्षी सांसद राज्यसभा चेयरमैन के इस बयान से संतुष्ट नहीं दिखे. उन्होंने Prime Minister सदन में आओ के नारे लगाना शुरू कर दिया. सदन में बढ़ते हंगामे को देख सभापति ने सदन की कार्रवाई कुछ देर के लिए स्थगित कर दी.

जीसीबी/डीएससी