New Delhi, 17 जुलाई . ‘जय भीम Chief Minister प्रतिभा विकास योजना’ में वर्ष 2021-22 के दौरान गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व Chief Minister अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर अब इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) वित्तीय अनियमितताओं की जांच करेगी.
दिल्ली सरकार में मंत्री पंकज कुमार सिंह ने से बातचीत के दौरान कहा कि पिछली सरकार घोटालों की सरकार थी और ऐसे कई मामले अभी सामने आने बाकी हैं. मैं एलजी का आभार करना चाहता हूं. दिल्ली की जनता को केजरीवाल ने धोखा दिया है. उनके कार्यकाल में जितने भी घोटाले हुए हैं, उसकी सच्चाई दिल्ली के सामने आएगी. अब पंजाब में भी आम आदमी पार्टी सरकार के घोटालों की पोल खुलेगी.
‘जय भीम Chief Minister प्रतिभा विकास योजना’ की जांच पर दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि अगर एलजी ने जांच के आदेश दिए हैं, तो उन्होंने इसके पीछे वाजिब कारण देखे होंगे. जांच जरूर होनी चाहिए, केजरीवाल के कार्यकाल में दिल्ली सरकार का नाम भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया था.
उन्होंने आम आदमी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि मानसून सत्र के दौरान सदन का समय बर्बाद न हो. इसी कारण बेवजह के मुद्दों पर समय की बर्बादी नहीं होनी चाहिए. वह भी जनता के प्रतिनिधि हैं, इसीलिए उन्हें जनता से संबंधित मुद्दों को उठाना चाहिए.
भाजपा के अनुसार, जय भीम Chief Minister प्रतिभा विकास योजना में वर्ष 2021-22 में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं. इस योजना का बजट सिर्फ 15 करोड़ रुपए था. लेकिन, दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने लगभग 145 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों वाली फाइलों को आगे बढ़ा दिया. आम आदमी पार्टी ने दलितों के नाम पर सत्ता हथिया कर दलित बच्चों के भविष्य को लूटा है. केजरीवाल की राजनीति हमेशा दलितों के नाम पर दिखावा करती रही है. जब जिम्मेदारी निभाने की बारी आई तो उन्हीं के हक पर डाका डालने से भी नहीं चूकी. अब इनका असली चेहरा जनता के सामने आएगा.
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डीकेएम/एबीएम