दिल्ली में केजरीवाल की हार तय, खिसक चुका है जनाधार: सतीश उपाध्याय

नई दिल्ली, 27 जनवरी . दिल्ली के जंगपुरा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया को दिल्ली का अगला उपमुख्यमंत्री बताया. इस पर सियासत तेज हो गई है.

केजरीवाल के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता सतीश उपाध्याय ने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की जनता खारिज करने जा रही है. ऐसे में सरकार बनाने का उनका ख्वाब अधूरा रहने वाला है. मनीष सिसोदिया दिल्ली का अगला डिप्टी सीएम तब बनेंगे, जब उनकी सरकार बनेगी. ‘आप’ का जनाधार खिसक चुका है. केजरीवाल की चुनावी हार तय है. तिहाड़ जेल के बाहर जो पोस्टर लगे हैं, उस पर लिखा है कि ‘फिर आएंगे केजरीवाल.’ जो उन्होंने बेईमानी और घोटाला किया है, उसकी सच्चाई जनता जान चुकी है और विधानसभा चुनाव में उनको सबक सिखाएगी.

उन्होंने आगे कहा कि मनीष सिसोदिया अपनी सीट छोड़कर भाग गए, ऐसे में उनका क्या वजूद है. इस बार ‘आप’ की सरकार जा रही है और दिल्ली में कमल खिलने जा रहा है. मैं पिछले 8-10 दिनों से ‘जन समाधान परिवर्तन यात्रा’ में लगा हुआ हूं और 10 साल बाद भी मालवीय नगर खंडहर में तब्दील है. लोगों की समस्याएं सुनने वाला कोई नहीं है, सिर्फ बातें हो रही हैं, लेकिन कोई वास्तविक परिणाम नहीं निकला है.

वहीं, दिल्ली विधानसभा के लिए आम आदमी पार्टी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जिसे पार्टी ‘अरविंद केजरीवाल की गारंटी’ बता रही है.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फरवरी 2020 में सरकार बनी थी. उसके बाद 2.5 साल कोरोना रहा. उसके बाद हमारे मंत्रियों को जेल में डाल दिया गया, इसलिए आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी तीन गारंटियों, जिनमें चौबीस घंटे पानी का इंतजाम, यमुना को साफ करना और दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय स्टैंडर्ड का बनाया जाना शामिल था, को पूरा नहीं कर पाई. यह तीन गारंटी मैंने 2020 में दी थी. आज मैं सबके सामने कबूल कर रहा हूं कि मैं इन तीन गारंटियों को पूरी नहीं कर पाया.

उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में रुके तीनों काम हम पूरे करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने अपने नेताओं की मौजूदगी में दिल्ली की जनता को एक बार फिर अपनी 15 गारंटी गिनवाई हैं, जिनमें स्टूडेंट के लिए अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना है. इसमें दलित समाज का बच्चा अगर किसी भी विदेशी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेता है, तो उसका सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी.

एकेएस/एबीएम