नई दिल्ली, 23 दिसंबर . दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित चुनावी प्रचार के लिए सोमवार को शंकर मार्केट पहुंचे थे. यहां उन्होंने के साथ बातचीत की.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा महिलाओं को 2100 रुपये मासिक सहायता देने की घोषणा पर कहा कि यह अच्छी बात है. लेकिन हमारा सवाल यह है कि अरविंद केजरीवाल ने दो साल पहले पंजाब में भी यही घोषणा की थी. इसे वहां क्यों लागू नहीं किया गया. अगर आपने पंजाब में इसकी घोषणा की थी, तो दिल्ली में क्यों नहीं लागू किया. चुनाव की घोषणा से ठीक 10 दिन पहले आप घोषणा कर रहे हैं. बस जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं. कर्नाटक में हम लोगों ने वादा किया था, उसे पूरा किया है.
भाजपा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ आरोप पत्र निकाला है. इस पर कांग्रेस नेता ने कहा है कि पिछले 10 सालों से हम देख रहे हैं कि किस तरह दिल्ली का विकास पूरी तरह से पटरी से उतर चुका है. यह दिल्ली जो 2013-14 में एक अच्छा शहर माना जाता था, अब गड्ढे में तब्दील हो चुका है. हम लगातार इन मुद्दों को उठाते रहे हैं. केजरीवाल के शिक्षा, स्वास्थ्य मॉडल उनके झूठ और बुनियादी ढांचे की विफलताओं को उजागर करते रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी अब उन मुद्दों को उठा रही है, जिन्हें हमने बहुत पहले उठाया था.
सुरक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम हर बार केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं. दिल्ली सरकार जो शिक्षा मॉडल के बारे में प्रचार करती है. क्या इनके स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा से लड़कों में महिलाओं के प्रति सोच बदली. क्या उनकी सोच महिलाओं के लिए आदर, सम्मान की हुई. अगर सोच में बदलाव नहीं आया है, तो किस बात की है यह शिक्षा मॉडल.
ईवीएम पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि ईवीएम को लेकर हमें शक है. देश का एक बड़ा हिस्सा इस पर शक कर रहा है. हम तो बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. वोटों की गिनती में कुछ ज्यादा समय लग जाएगा, इसमें क्या दिक्कत है. लेकिन सरकार नहीं मानती है, तो हमारे सामने क्या ऑप्शन है, एक तो यह है कि चुनाव का बहिष्कार करें. लेकिन, लोकतंत्र में चुनाव लड़ना हम सभी का अधिकार है.
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संदीप दीक्षित नई दिल्ली विधानसभा में आने वाले शंकर मार्केट में पहुंचे थे. जहां उन्होंने लोगों से समस्याओं के बारे में समझा. उन्होंने कहा कि पास ही में रेलवे कॉलोनी है, जिसमें 36 फ्लैट हैं, वहां उचित प्रकाश की व्यवस्था नहीं थी. दिल्ली जैसी जगह में, जहां इतना अपराध होता है, वहां रेलवे की कॉलोनी में प्रकाश की उचित व्यवस्था होनी चाहिए थी. पिछली सरकार का दावा है कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगाए. हमने लोगों से पूछा तो पता चला कि यहां कैमरे काम नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें लगाने का क्या मतलब था. यहां पार्क की स्थिति काफी खराब है. स्थानीय लोग बता रहे हैं कि जब पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित यहां से विधायक थी, तो पार्कों की स्थिति काफी अच्छी थी. अगर हम लोग ईमानदारी से काम करेंगे, तो मुझे लगता है कि हम बदलाव ला सकते हैं.
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डीकेएम/