केजरीवाल ने मोहन भागवत को लिखी चिट्ठी, संदीप दीक्षित बोले वो संघी

नई दिल्ली, 1 जनवरी . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘संघी’ बताया. दीक्षित ने ये आरोप पूर्व सीएम के आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को लिखे पत्र को आधार बनाकर लगाया.

दरअसल केजरीवाल ने भागवत को खत लिखकर वोटर लिस्ट विवाद और भाजपा पर पैसे देकर वोट खरीदने का आरोप लगाते हुए जवाब मांगा था. पूछा कि क्या आरएसएस को लगता है कि ऐसा करना भारतीय जनतंत्र के लिए सही है? क्या आपको नहीं लगता कि भाजपा इस तरह भारतीय जनतंत्र को कमजोर कर रही है?”

इसी चिट्ठी को लेकर कांग्रेस उम्मीदवार ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस चिट्ठी का क्या औचित्य है, मुझे समझ में नहीं आता. हम तो इस बात को काफी पहले से कहते हुए आ रहे हैं कि वो संघी हैं. पूरी तरह से संघी हैं. जाहिर सी बात है कि कोई कांग्रेसी इस तरह का पत्र तो नहीं लिखेगा.

से बातचीत में उन्होंने तर्क रखा. बोले अगर आपको दिक्कत है, तो भाजपा को पत्र लीखिए. आरएसएस को क्यों पत्र लिख रहे हैं. कुछ लोग यह भी मानते हैं कि केजरीवाल का आरएसएस के साथ गहरा संबंध है. “इंडिया अगेंस्ट करप्शन” आंदोलन में आरएसएस ने उनका पूरी तरह से समर्थन किया था. अगर आज केजरीवाल को लगता है कि आरएसएस उनके साथ खड़ा हो रहा है या उनका समर्थन नहीं कर रहा, तो उन्होंने यह चिट्ठी लिखी हो सकती है.

संदीप दीक्षित ने कांग्रेस के सवाल पर आप की चुप्पी को गलत बताया. बोले, कांग्रेस पार्टी भी आम आदमी पार्टी पर सवाल उठाती रही है, लेकिन सवाल यह है कि केजरीवाल ने कभी कांग्रेस के आरोपों का जवाब क्यों नहीं दिया. इसका कारण यह हो सकता है कि उनके पास इन सवालों का कोई ठोस जवाब नहीं है. यही कारण है कि वे अक्सर इन सवालों से बचते रहते हैं.

वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा उपराज्यपाल को पत्र लिखने को लेकर संदीप दीक्षित ने कहा कि यह साफ हो जाता है कि जब भी केजरीवाल को कोई परेशानी होती है, तो वे भारत सरकार या उपराज्यपाल पर आरोप लगाते हैं, यह कहते हुए कि वे काम नहीं करने दे रहे. लेकिन अगर आप किसी पर गलत आरोप लगाते हैं और झूठ बोलते हैं, तो कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वे आपकी मदद करेंगे? अगर आप केवल राजनीति करते रहेंगे और झूठ बोलते रहेंगे, तो दिल्ली सरकार और भारत सरकार के बीच सहयोग नहीं हो सकता.

एसएचके/केआर