विपासना के लिए गए केजरीवाल लेकिन काफिले में दिखी दो-दो करोड़ की गाड़ी, वो आम आदमी नहीं : मनजिंदर सिंह सिरसा

नई दिल्ली, 5 मार्च . आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल विपासना के लिए पंजाब के होशियारपुर पहुंच गए हैं. केजरीवाल के पंजाब पहुंचने के बाद अब भाजपा की ओर से प्रतिक्रिया आई है. दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव में हार के बाद अपना असली रंग दिखा दिया है.

कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल विपासना के लिए होशियारपुर गए, लेकिन उनके काफिले का नजारा देखने वाला था. उनके काफिले में पचास से अधिक गाड़ियां शामिल थीं, जिनमें से दो-दो करोड़ रुपए की लैंड क्रूजर शामिल थीं. इसके अलावा 100 से अधिक पुलिस कमांडो उनके साथ थे. यही नहीं, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी शामिल थीं और वह कहते हैं कि शांति लेने के लिए वहां गए हैं. मैं पूछता हूं कि यह कैसी शांति है, जिसके लिए पंजाब के लोगों के खजाने से लाखों रुपए उड़ाए जा रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “यह कैसी शांति है, जिसके लिए पूरे होशियारपुर को जगाया जा रहा है और यह कैसी शांति है, जिसके लिए 100 से अधिक कमांडो को तैनात किया गया है. अरविंद केजरीवाल पहले मसीहा बनकर निकले थे और वैगन-आर में घूमते थे. मगर जैसे ही सत्ता मिली तो उन्होंने अपना असली रंग दिखा दिया. अब उनको विपासना के लिए भी 100 कमांडो चाहिए और पचास गाड़ियों का काफिला भी चाहिए. क्या इससे कम में उनकी विपासना भी नहीं होती है.”

मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो भी शेयर किया. उन्होंने मशहूर दार्शनिक प्लेटो की लाइन का जिक्र करते हुए लिखा, “किसी व्यक्ति का मापदंड यह है कि वह सत्ता का क्या उपयोग करता है. अरविंद केजरीवाल, जो कभी वैगनआर में आम आदमी होने का दिखावा करते थे, अब बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर, 100 से अधिक पंजाब पुलिस कमांडो, जैमर और एंबुलेंस के भव्य काफिले में चलते हैं, एक वीआईपी महाराज की तरह जो शांति के लिए विपासना के लिए हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “अगर सत्ता ही उनकी परीक्षा थी, तो वे बुरी तरह विफल हो गए हैं. किस तरह की ‘विपासना’ के लिए पंजाब के करदाताओं द्वारा वित्तपोषित भव्य सुरक्षा परेड की आवश्यकता होती है? यहां तक कि सीएम भगवंत मान भी काफिले में नहीं हैं. आपकी सच्चाई सामने आ गई है, धोखाधड़ी, पाखंड और वीआईपी अहंकार अपने चरम पर है.”

एफएम/केआर