केजरीवाल पाकिस्तान के पोस्टर ब्वॉय, जो पर्दादारी थी, आ गई सामने : भाजपा

नई दिल्ली, 25 मई . भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि आतिशी और आप के सभी नेता जानते हैं कि चुनाव में इनकी बुरी तरह से शिकस्त होने वाली है.

उन्होंने कहा कि ये पूरा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए है. सब लोग दिल और दिमाग के साथ मोदी जी को जिता रहे हैं. देश में एक बार फिर से मोदी सरकार बनने जा रही है.

दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता आतिशी की ओर से धीमी वोटिंग के आरोपों पर शाजिया इल्मी ने निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास अब अद्भुत शक्ति आ गई है. उनको पहले ही पता चल जाता है कि क्या होने वाला है और क्या नहीं होने वाला है. आरोप लगाने में उनको महरत हासिल है. जब भी उनसे कहो कि सबूत दे दो या किस आधार पर कोई बात कह रही हैं तो हक्का-बक्का हो जाती हैं. उनके चेहरे की हवाईयां उड़ जाती है. आतिशी अभी से हार के बाद मातम मनाने के इंतजाम में जुटी हुई हैं.

पाकिस्तान के नेता फवाद चौधरी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को चुनाव में समर्थन देने की बात पर इल्मी ने कहा कि पाकिस्तान के फवाद चौधरी का जो रिश्ता अरविंद केजरीवाल से है, वो दिख रहा है. जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी तो केजरीवाल ने कहा था कि प्रधानमंत्री जी यह कहां हुआ है. इंटरनेशनल मीडिया सवाल पूछ रही है. केजरीवाल सबूत की बात करते थे, वो किसी से छिपा नहीं है. इसी वजह से वो पाकिस्तान के पोस्टर ब्वॉय बन गए हैं. जाहिर है फवाद चौधरी उनका साथ दे रहे हैं. केजरीवाल चाहे, जो कहें. अब जो पर्दादारी थी, वो सामने आ गई है.

घाटी में पोलिंग बूथ पर मतदाताओं के उत्साह को लेकर शाजिया इल्मी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में ज्यादा वोटिंग होने के अच्छे संकेत हैं. वहां बहुत अच्छी पोलिंग हो रही है. जम्हूरियत की प्रक्रिया में जो लोग शामिल होना चाहते हैं, वो लोग बढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.

छठे चरण के बाद भाजपा की जीत को लेकर शाजिया इल्मी ने कहा कि हमारी पार्टी अपने आप को चुनाव में सबसे आगे देख रही है. जनता जानती है, मोदी का परिवार कौन है. वैसे छठे चरण के चुनाव में किसके पक्ष में मतदान हो रहा है, ये सब जानते हैं. जो पहले के फेज में भाजपा के पक्ष में तस्वीर देखने को मिली थी, वही, छठे चरण में भी देखने को मिल रही है. मोदी का परिवार अपने परिवार के लिए वोट देगा, किसी और के परिवार के लिए नहीं.

एकेएस/एबीएम