नई दिल्ली, 8 जुलाई . दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से तहस-नहस करने का आरोप लगाया है. उन्होंने दिल्ली में 5,000 शिक्षकों के ट्रांसफर को गलत करार दिया और कहा कि उपराज्यपाल ने ट्रांसफर निरस्त करके ‘आप’ की साजिश को बेनकाब कर दिया है.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 साल में दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया है. दिल्ली में 6,000 शिक्षकों की कमी है, इसके बावजूद भी 5,000 शिक्षकों को ऐसे कामों में लगा दिया गया है, जहां वे बच्चों को पढ़ा नहीं सकते हैं. उनका काम पूरी शिक्षा को सुधारना था, लेकिन उनको दूसरे कामों में लगा दिया गया है. उनको शिक्षक की जगह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बना दिया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि 205 शिक्षक स्कूल मेंटर के नाम पर घूमते रहते हैं, 1,000 से ज्यादा शिक्षकों को स्कूल को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है, 1,000 से ज्यादा शिक्षक स्कूल डेवलपर्स हैं, इनका पढ़ाने की बजाए केवल घूमने का काम है. जिन शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाकर बच्चों को बड़ा करना था, उनको धमकाया जाता है. 9वीं और 11वीं में बच्चों को जान-बूझकर फेल किया जाता है, ताकि 10वीं और 12वीं का रिजल्ट अच्छा आ सके.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पूरी शिक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया गया है. अलग-अलग स्कीम के नाम पर बच्चों के पीरियड कम कर दिए गए हैं. इन्होंने पूरे सिस्टम को भ्रष्ट बना दिया है और ये शिक्षा क्रांति की बात करते हैं. सिर्फ आंकड़े सुधारने पर ध्यान दिया जाता है. बच्चों और शिक्षकों का अनुपात लगातार कम क्यों होता जा रहा है? कोई नया स्कूल नहीं खोला है और उपराज्यपाल ने शिक्षकों का ट्रांसफर रद्द करके इनकी साजिश को बेनकाब किया है.
उन्होंने आगे कहा कि ये शिक्षकों को प्रताड़ित कर रहे हैं, जो शिक्षक 6 महीने या एक साल में रिटायर हो रहे हैं, उनका ट्रांसफर करना कहां का न्याय है? जब राज्यपाल ने ट्रांसफर को निरस्त कर दिया है तो भी ये लोग राजनीति कर रहे हैं. शिक्षा और शिक्षक को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. मनीष सिसोदिया और आतिशी ने सिस्टम का सत्यानाश कर दिया है.
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एएस/एबीएम