नई दिल्ली, 30 जनवरी . दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यमुना के पानी में जहर वाले बयान पर सियासी बयानबाजियां जारी हैं. इसी कड़ी में भाजपा सांसद संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली में जानबूझकर भ्रांति फैलाने की कोशिश की, विशेष रूप से यमुना नदी के पानी को लेकर.
संबित पात्रा ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप नेता चाहे अरविंद केजरीवाल हों, मनीष सिसोदिया हों, या अन्य कोई, सभी ने पिछले कुछ दिनों से यमुना नदी के पानी को लेकर एक गलत माहौल पैदा किया है. खासकर यह भ्रांति फैलाने की कोशिश की गई कि इस पानी में जहर मिलाया गया है. यह किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा लगता है और इसे हरियाणा की सरकार के खिलाफ भी देखा जा सकता है.
पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते आए हैं. यह उनका पुराना तरीका है. उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ भी कई बार अपनी टिप्पणियां की हैं. महाकुंभ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि संगम में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां मिलती हैं और वहां श्रद्धालु श्रद्धा भाव से स्नान करते हैं और जब यह कहा जाता है कि इस पवित्र पानी में जहर मिलाया जा रहा है, तो इससे श्रद्धालुओं के मन में संदेह उत्पन्न होता है और उनकी श्रद्धा को आघात पहुंचता है.
संबित पात्रा ने कहा कि महाकुंभ के दौरान दुनिया भर से श्रद्धालु प्रयागराज आते हैं, तो इस प्रकार की राजनीति करना निंदनीय है. कुंभ एक श्रद्धा का केंद्र है और केजरीवाल ने वहां जहर घोलने की कोशिश की. इस प्रकार की राजनीति का मैं कड़ा विरोध करता हूं. राजनीति और श्रद्धा के मामलों में कोई मिलावट नहीं होनी चाहिए. अरविंद केजरीवाल को सनातन धर्म के अनुयायियों, श्रद्धालुओं और भक्तों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. उनके इस कृत्य से समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की गई है.
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