करूर भगदड़: मृतकों के परिवार से मिले केसी वेणुगोपाल, बोले- पूरा देश पीड़ितों के साथ

चेन्नई, 30 सितंबर . कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने Tuesday को करूर जाकर Actor से नेता बने विजय की रैली में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी.

वेणुगोपाल ने कहा, “जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, वे अपार दुःख में हैं. पूरा तमिलनाडु और देश इस दर्द में शामिल है. हम यहां यह बताने आए हैं कि आप अकेले नहीं हैं, पूरा देश आपके साथ है.”

27 सितंबर को वेलुसम्यपुरम में तमिलागा वेट्ट्री काजगम (टीवीके) की जनसभा में हजारों लोग विजय को देखने के लिए जमा हुए थे. भीड़ के दबाव और असुरक्षा के कारण मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हुए.

वेणुगोपाल ने कहा कि यह त्रासदी “कल्पना से परे” है और पार्टी पूरी तरह पीड़ितों के साथ खड़ी है.

Chief Minister एमके स्टालिन ने गहरा दुःख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का तत्काल राहत पैकेज तथा घायल लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की.

उन्होंने इस घटना में हुई चूक की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुण जगदीशेशन के नेतृत्व में एक एकल न्यायिक आयोग भी गठित किया.

स्टालिन ने कहा, “हम सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की भयानक घटना दोबारा न हो.”

विपक्ष के नेता और एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने इस घटना को “हृदयविदारक” बताया और Government की भीड़ नियंत्रण में नाकामी की आलोचना की. उन्होंने निष्पक्ष और तेज जांच की मांग करते हुए भविष्य में Political आयोजनों में बेहतर सुरक्षा उपाय लागू करने की आवश्यकता जताई.

BJP MP हेमा मालिनी करूर पहुंचीं. उनके साथ सांसद अनुराग ठाकुर और रेखा शर्मा भी थीं. उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य दुःख साझा करना और यह समझना था कि क्या गलत हुआ.

हेमा मालिनी ने कहा, “यदि बड़ी और सुरक्षित जगह उपलब्ध कराई जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था.”

वहीं, इस घटना पर टीवीके के संस्थापक विजय ने एक वीडियो संदेश जारी किया और कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी इतना दर्द महसूस नहीं किया.

विजय ने कहा, “मैं करूर तुरंत नहीं गया क्योंकि मेरी उपस्थिति असामान्य स्थिति पैदा कर सकती थी. मैं परिवारों से जल्द मिलूंगा. मैं किसी भी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हूं और सच सामने आना चाहिए.”

करूर भगदड़ ने Political दलों में तत्काल सुरक्षा नियमों को कड़ा करने और आयोजकों तथा अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर जोर बढ़ा दिया है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटना रोकी जा सके.

डीएससी/