कार्तिक आर्यन : कॉमिक टाइमिंग के जादूगर, जानें कैसे बने बॉलीवुड के ‘रोम-कॉम किंग’

Mumbai , 21 नवंबर . Bollywood में कुछ ऐसे कलाकार होते हैं जो अपने चेहरे की मासूमियत, हंसी और स्क्रीन पर अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. कार्तिक आर्यन ऐसे ही एक कलाकार हैं, जिन्होंने रोमांस और कॉमेडी से Bollywood में एक अलग मुकाम हासिल किया है. उनकी फिल्में दर्शकों का लंबे समय से मनोरंजन करती आई हैं.

उनकी फिल्मों में अभिनय के साथ-साथ ह्यूमर का जबरदस्त मेल देखने को मिलता है, जिसके चलते उन्हें आज ‘Bollywood का रोम-कॉम किंग’ कहा जाता है.

कार्तिक आर्यन का जन्म 22 नवंबर 1990 को Madhya Pradesh के शहर ग्वालियर में हुआ. उनका असली नाम कार्तिक तिवारी है, लेकिन उन्होंने Bollywood में आने के लिए अपना सरनेम बदलकर आर्यन रख लिया. उनके माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं, इसलिए उनके परिवार की पहली इच्छा थी कि कार्तिक भी डॉक्टर बने. लेकिन कार्तिक के दिल में फिल्मी दुनिया का सपना था. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे एक्टिंग की ओर भी आकर्षित होते गए.

2011 में कार्तिक आर्यन ने Bollywood में कदम रखा और ‘प्यार का पंचनामा’ फिल्म से डेब्यू किया. इस फिल्म में उनका किरदार ‘रजत’ नाम के लड़के का और उन्होंने एक सीन में लगभग पांच मिनट का लंबा मोनोलॉग बिना रुके कहा. यह मोनोलॉग आज भी Bollywood की यादगार पलों में गिना जाता है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और कार्तिक की प्रतिभा को खूब सराहा गया. इस मूवी ने उनके लिए फिल्म इंडस्ट्री में दरवाजे खोल दिए.

इसके बाद उन्होंने कई रोमांटिक फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी असली पहचान तब बनी जब उन्होंने ‘प्यार का पंचनामा 2’, ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’, और ‘लुका छुपी’ जैसी फिल्में की. इन फिल्मों में उन्होंने अपने कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया. ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ में उनका किरदार ऐसा था जो दर्शकों के दिलों में तुरंत उतर गया. ‘लुका छुपी’ में उनकी मासूमियत और मजेदार अंदाज ने फिल्म को और भी हिट बनाया. इन फिल्मों के जरिये कार्तिक ने साबित किया कि वह सिर्फ रोमांटिक हीरो नहीं, बल्कि कॉमेडी में भी माहिर हैं.

कार्तिक आर्यन ने इसके अलावा ‘पती-पत्नी और वो’ जैसी फिल्मों में भी शानदार प्रदर्शन किया. कॉमेडी के साथ-साथ कार्तिक ने ‘भूल भुलैया 2’ और ‘भूल भुलैया 3’ जैसी हॉरर-कॉमेडी फिल्में भी की, जो सुपरहिट रहीं. इसके अलावा, उन्होंने ‘धमाका’ और ‘फ्रेडी’ जैसी फिल्में कर करके अपने अभिनय की सीमा को और बढ़ाया. ‘धमाका’ में उन्होंने एक जर्नलिस्ट का किरदार निभाया, जबकि ‘फ्रेडी’ में वह एक शर्मीले और शांत डेंटिस्ट बने, जिसमें उनका डार्क और सस्पेंस से भरा अंदाज देखने को मिला.

करियर में अपनी मेहनत और अभिनय से उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते. उन्हें स्टारडस्ट अवार्ड, जी सिने अवार्ड्स, आईफा, और फिल्मफेयर आदि में नामांकन और पुरस्कार मिल चुके हैं. हाल ही में उन्हें ‘भूल भुलैया 3’ और ‘चंदू चैंपियन’ के लिए भी कई पुरस्कार मिले.

पीके/एएस