बेंगलुरू, 14 जून . रेणुकास्वामी हत्या मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि गिरफ्तार किए गए कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा रही है. इस मामले में पुलिस को जांच के लिए पूरी छूट दी जानी चाहिए.
गृह मंत्री दर्शन और उनके साथियों के साथ शाही व्यवहार किए जाने के आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
पत्रकारों से बात करते हुए परमेश्वर ने कहा, “पुलिस को यह बताया जाएगा कि वह जनता के हित में काम करे और लोगों को परेशान न करे. हालांकि, हमें उन्हें मामले की जांच करने की पूरी छूट देनी चाहिए. आरोपियों को बिरयानी खिलाना या उन्हें शाही व्यवहार देना संभव नहीं है. ऐसा नहीं हुआ है और ऐसा होना भी नहीं चाहिए.”
दर्शन के टहलने के लिए पुलिस स्टेशन के चारों ओर ‘शामियाना’ लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर परमेश्वर ने कहा, “मैंने पुलिस से शामियाना लगाने, सार्वजनिक सड़क पर बैरिकेड लगाने और उन्हें शाही व्यवहार दिए जाने के बारे में पूछा. पुलिस अधिकारियों ने मुझे आश्वस्त किया कि उन्होंने ऐसा नहीं किया है और वह भविष्य में भी ऐसा नहीं करेंगे. उन्होंने मुझे बताया है कि आरोपियों के साथ अन्य आरोपियों जैसा ही व्यवहार किया जा रहा है.”
उन्होंने अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि मेरी राय में पुलिस को जांच में पूरी छूट दी जानी चाहिए.
जब उनसे पूछा गया कि दर्शन को जिस पुलिस स्टेशन में रखा गया है, वहां शिकायत दर्ज कराने के लिए लोगों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है और पासपोर्ट सत्यापन के लिए आने वाले लोगों को वापस भेजा रहा है, तो इस पर परमेश्वर ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी.
चित्रदुर्ग निवासी रेणुकास्वामी (33) की नृशंस हत्या के सिलसिले में अभिनेता दर्शन, उनकी कथित ‘दूसरी पत्नी’ पवित्रा गौड़ा और 11 अन्य सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि रेणुकास्वामी का अपहरण कर बेंगलुरु लाया गया और एक शेड में रखा गया. उन्हें प्रताड़ित करके मार दिया गया और बाद में उनके शव को एक नाले के पास फेंक दिया गया.
जब पुलिस ने शव बरामद कर मामले की जांच शुरू की तो चारों आरोपियों ने आत्मसमर्पण कर हत्या की बात कबूली. पुलिस की सख्त पूछताछ में चारों ने कबूला कि उन्हें अभिनेता दर्शन ने जांच को गुमराह करने के लिए भेजा था.
आगे की जांच में पता चला कि दर्शन और उनके सहयोगियों ने रेणुकास्वामी को इसलिए बेरहमी से प्रताड़ित किया क्योंकि उसने इंस्टाग्राम पर पवित्रा गौड़ा को अपमानजनक संदेश भेजा था.
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एमकेएस/