बेंगलुरु, 2 मार्च . कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड अस्पताल में भर्ती, रामेश्वरम कैफे बम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की.
उन्होंने डॉक्टरों से घायलों की स्थिति के बारे में बात की और पीड़ितों को इलाज में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया.
घायलों से मिलने के बाद सीएम सिद्धारमैया ने पत्रकारों से बात की और कहा कि बम विस्फोट पुलिस के अलावा केंद्रीय एजेंसियों की विफलता का भी नतीजा है.
ऐसे हमलों को रोकने में सरकार की विफलता पर एक सवाल का जवाब देते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में भी ऐसी घटनाएं हुई हैं.
उन्होंने कहा,“यह इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की सामूहिक विफलता है. वे सभी केंद्र सरकार के अधीन काम करते हैं.”
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि आईबी, रॉ और एनआईए के अधिकारियों ने विस्फोट की जांच शुरू कर दी है.
सीएम ने कहा कि एक विशेष टीम का गठन किया गया है और वह घटना पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी कर रहे हैं.
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि हालांकि घटना का मगलुरु कुकर विस्फोट मामले से कोई संबंध नहीं लगता है, लेकिन उस पहलू को भी ध्यान में रखकर जांच की जा रही है.
घटना में घायल स्वर्णंबा (45), नागश्री (35), मोमी (30), बलराम कृष्णन (40), नव्या (25), मोहन (47), फारूक हुसैन (19), रामेश्वरम कैफे का स्टाफ सदस्य और दीपांशु (47) ) का इलाज ब्रुकफील्ड अस्पताल और वैदेही अस्पताल में किया जा रहा है. इनमें से एक श्रीनिवास (65) को छुट्टी दे दी गई है.
ब्रुकफील्ड अस्पताल में मरीजों के इलाज की निगरानी कर रहे डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि आईसीयू में इलाज करा रही एक पीड़ित स्वर्णंबा की हालत अब स्थिर है.
उन्होंने कहा, “उन्होंने उसके शरीर से कांच के टुकड़े और एक पदार्थ निकाला है जो या तो प्लास्टिक या कांच.”
घायलों के शरीर से बरामद सभी पदार्थ जांच एजेंसियों को सौंप दिए गए हैं.
यह विस्फोट बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में सूचना प्रौद्योगिकी पार्क लिमिटेड रोड पर स्थित कैफे में शुक्रवार दोपहर 12.50 बजे से एक बजे के बीच हुआ.
इस बीच, पुलिस ने नकाब, टोपी और कथित तौर पर बम रखने वाले बैकपैक में संदिग्ध हमलावर का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने के बाद उसकी तलाश शुरू कर दी है.
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