‘कांतारा: चैप्टर 1’ मेकर्स की चेतावनी, फैंस दैवीय किरदारों की नकल न करें

Mumbai , 7 अक्टूबर . दक्षिण भारतीय फिल्मों के Actor ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा: चैप्टर 1’ बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है. इसे social media पर भी फैंस से शानदार प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. 

कुछ दिन पहले social media पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक प्रशंसक दैवीय वेश में तमिलनाडु के एक थिएटर में प्रवेश करता हुआ दिखाई दे रहा था. कुछ प्रशंसक थिएटर के बाहर फिल्म के एक सीन का प्रदर्शन भी कर रहे थे.

Tuesday को फिल्म के निर्माताओं ने एक आधिकारिक बयान जारी कर फैंस से फिल्म के दैवीय किरदारों की नकल न करने का आग्रह किया.

होम्बले फिल्म्स के एक्स अकाउंट पर साझा किए गए बयान में लिखा गया, “सिनेप्रेमियों और वैश्विक दर्शकों के लिए धैवराधने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र तुलुनाडु में आस्था और सांस्कृतिक गौरव का एक गहन प्रतीक है. हमारी फिल्में, ‘कांतारा’ और ‘कांतारा: चैप्टर 1’, इस भक्ति को सम्मानपूर्वक चित्रित करने और देवों की महिमा का जश्न मनाने के उद्देश्य से बनाई गई थीं. हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया है कि धैवराधने के प्रति अटूट सम्मान और अटूट भक्ति का सम्मान किया जाए, और तुलु मिट्टी के महत्व और विरासत को दुनिया के साथ सफलतापूर्वक फैलाया जाए.”

उन्होंने आगे लिखा, “हमें मिली जबरदस्त सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए हम तहे दिल से शुक्रगुजार हैं. हालांकि, हमने देखा है कि कुछ लोग फिल्म के दैवीय पात्रों की नकल कर रहे हैं और सार्वजनिक स्थानों व समारोहों में अनुचित व्यवहार कर रहे हैं.”

पोस्ट में आगे लिखा है, “हमारी फिल्म में दिखाए गए देव पूजा, गहरी आध्यात्मिक परंपरा में निहित है और इसका उद्देश्य मात्र पात्र को निभाना नहीं है. ऐसे कृत्य हमारी आस्था को कमजोर करने और तुलु समुदाय की धार्मिक भावनाओं और आस्था को गहरी ठेस पहुंचाने के समान हैं. इसलिए होम्बले फिल्म्स जनता और दर्शकों से एक ईमानदार अपील करती है कि वे ऐसे किसी भी कृत्य से बचें जिसमें दैवीय पात्रों की नकल, अनुकरण या उन्हें कमजोर करना शामिल हो. चाहे वह सिनेमा हॉल में हो या सार्वजनिक स्थानों पर.”

‘कांतारा: चैप्टर 1’ कर्नाटक के कदंब राजवंश के शासनकाल पर आधारित है. इसमें ऋषभ के अलावा रुक्मिणी वसंत, जयराम और गुलशन देवैया जैसे कलाकार हैं.

जेपी/एबीएम