वाशिंगटन, 30 अगस्त . अमेरिकी उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा है कि उनके “मूल्यों में कोई बदलाव नहीं आया है”. उन्होंने गुरुवार को कहा कि उनके सिद्धांत नहीं बदले हैं. उन्होंने सिर्फ उन प्रमुख मुद्दों पर अपना रुख बदल लिया है जो उनकी उम्मीदवारी को तय सकते थे, जैसे कि फ्रैकिंग, जिसका उन्होंने एक बार विरोध किया था और अब नहीं करती हैं.
उन्होंने गुरुवार को सीएनएन एंकर डाना बैश के साथ एक इंटरव्यू के दौरान यह बात कही. व्हाइट हाउस के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से टिकट मिलने के बाद यह हैरिस का पहला इंटरव्यू था.
फ्रैकिंग, चट्टानों के अंदर से प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम निकालने की एक प्रक्रिया है. यह पेंसिल्वेनिया राज्य में काफी लोकप्रिय है, जिसकी भूमिका राष्ट्रपति चुनाव में काफी अहम होती है.
माना जा रहा है कि ये अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे तय करेगा. फ्रैकिंग का वो लोग विरोध करते हैं, जिनका ये मानना है कि यह भूमिगत और सतही जल को प्रदूषित करता है. डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने पहले इसका विरोध किया था और कहा था कि इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.
जब हैरिस से इंटरव्यू में पूछा गया कि क्या वह फ्रैकिंग पर प्रतिबंध लगाएंगी तो उन्होंने कहा, ”मैंने 2020 में डिबेट के दौरान यह स्पष्ट कर दिया था कि मैं उपराष्ट्रपति के रूप में फ्रैकिंग पर प्रतिबंध नहीं लगाऊंगी.”
“मैं राष्ट्रपति के रूप में फ्रैकिंग पर प्रतिबंध नहीं लगाऊंगी. इसे लेकर मैंने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया कि मेरा स्टैंड क्या है. हम 2024 में हैं और मैंने फैसला नहीं बदला है, और न ही मैं इसे बदलने जा रही हूं. मैंने अपनी बात रखी थी और आगे भी मैं अपनी बात रखूंगी.”
कमला हैरिस से इंटरव्यू में पूछा गया कि “उस समय आपने अपना स्टैंड क्यों बदला था ? उपराष्ट्रपति ने इसका उत्तर देते हुए कहा कि, मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरे मूल्य नहीं बदले हैं.”
बता दें कि अमेरिका में 10 सितंबर को चुनाव से पहले की आखिरी और सबसे बड़ी प्रेजिडेंट डिबेट होनी है. डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस राष्ट्रपति की प्रबल दावेदार मानी जा रही है. युवाओं में उनकी काफी लोकप्रियता है. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है.
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एसएम/केआर