Bhopal , 24 अगस्त . Madhya Pradesh के पूर्व Chief Minister और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पुरानी बातों को उखाड़ने से कोई फायदा नहीं है.
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि Madhya Pradesh में साल 2020 में मेरे नेतृत्व वाली कांग्रेस Government गिरने को लेकर हाल ही में कुछ बयानबाजी की गई है. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पुरानी बातें उखाड़ने से कोई फायदा नहीं.
उन्होंने कहा कि लेकिन यह सच है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह लगता था कि Government दिग्विजय सिंह चला रहे हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा और हमारी Government गिराई.
बता दें कि साल 2018 में Madhya Pradesh में कांग्रेस की Government बनी थी और राज्य की कमान तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को मिली, लेकिन 15 महीने बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत कर दी और अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर ली. सिंधिया के जाने से कमलनाथ की Government गिर गई और शिवराज सिंह चौहान Chief Minister बन गए.
उस वक्त सियासी गलियारों में चर्चा थी कि दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया की लड़ाई की वजह से कांग्रेस की Government गिर गई. दिग्विजय सिंह ने इन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि सच्चाई यह नहीं है.
उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही चेता दिया था कि ऐसी घटना हो सकती है. उन्होंने एक बड़े उद्योगपति के घर पर हुई डिनर पार्टी का जिक्र करते हुए कहा कि इस डिनर पार्टी में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए थे. उनसे दोनों के अच्छे संबंध थे. मैं खुद उनके पास जाकर कहा था कि जरा संभालिए, कहीं दोनों की लड़ाई में Government न गिर जाए. इसके बाद दिग्विजय सिंह ने अपने घर पर डिनर का आयोजन किया, जिसमें मैं, कमलनाथ और सिंधिया थे. इस बैठक में सभी समस्याओं की एक सूची बनी, जिस पर मैंने भी हस्ताक्षर किए थे, लेकिन इस सूची का पालन नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि ये बात सत्य है कि उनके प्रयासों के बाद भी कांग्रेस की Government नहीं बच पाई. उनका ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता माधवराव सिंधिया से कोई विवाद नहीं था.
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डीकेपी/