गोविंदपुरी, 22 दिसंबर . दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को कालकाजी विधानसभा से टिकट दिया गया है. आतिशी वर्तमान में इस सीट से विधायक हैं और 2020 में इस सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थीं. आतिशी के पांच साल के कार्यकाल और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जनता का क्या मूड है, इस संबंध में ने इलाके के कुछ लोगों के साथ बातचीत की.
कालकाजी विधानसभा के गोविंदपुरी इलाके में रहने वाले ब्रजेश कुमार ने बताया कि पांच साल में यहां कुछ काम हुए हैं. लेकिन, जितना काम होना चाहिए था उतना काम नहीं हुआ है. गली नंबर 2 में आज तक सड़क नहीं बन पाई है. इसकी वजह से यहां बच्चों को चलना दुभर हो गया है. कई बार तो दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं. अरविंद केजरीवाल ने जेल से छूटने के दौरान कहा था कि एक माह के भीतर सड़कें गड्ढे मुक्त हो जाएंगी. लेकिन, केजरीवाल के वादे झूठे निकले. टूटी सड़कों की वजह से यहां पर दो पहिया वाहन चालक कई बार दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं. गर्मियों के वक्त पानी की समस्या होती है. बिजली का बिल आता है. फ्री की चीजों से कुछ नहीं होगा. विकास के काम में दिल्ली सरकार को पैसा लगाना चाहिए. मैं स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री आतिशी से अपील करना चाहता हूं कि सभी गलियों में टूटी सड़कों की मरम्मत कराएं.
हेमंत साहनी ने कहा है कि गलियों में सीवर लाइन डालने का काम हुआ है. लेकिन, इसके बाद टूटी सड़कों पर प्रशासन का ध्यान नहीं गया है. स्थानीय पार्षद से कई बार शिकायत कर चुके हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. सफाई व्यवस्था काफी खराब है. आवारा पशु से समस्या होती है.
विदेश कौशिक ने कहा है कि आवारा पशु की वजह से यहां पर कई बार दुर्घटनाएं होती हैं. केजरीवाल ने कहा था कि जब एमसीडी में उनकी सरकार होगी तो आवारा पशुओं के लिए शेल्टर होम की व्यवस्था की जाएगी. लेकिन, शेल्टर होम नहीं बना.
कालकाजी विधानसभा में रहने वाले एक बुजुर्ग ने कहा कि चुनाव का समय आ रहा है इसलिए वोट मांगने सभी आएंगे. लेकिन काम करने कोई नहीं आता है. गलियों में कूड़ा दिन भर पड़ा रहता है. आवारा पशु दिन भर गलियों में घूमते रहते हैं. इससे लोगों को चलने में काफी समस्या होती है. कई बार लोग चोटिल हो जाते हैं. पानी कभी आता है, तो कभी नहीं आता है. सर्दियों में रात के एक बजे तक पानी के लिए कौन इंतजार करेगा.
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डीकेएम/