दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में सार्वजनिक परिवहन पर नहीं लगेंगे जंक फूड के विज्ञापन

कैनबरा, 12 जनवरी . स्वस्थ आहार को बढ़ावा देने और मोटापे की समस्‍या से बचाने के लिए दक्षिण ऑस्ट्रेलिया (एसए) ने एक बड़ा कदम उठाया है. इस ऑस्ट्रेलियाई राज्य ने सार्वजनिक परिवहन पर जंक फूड संबंधी विज्ञापन लगाने पर पाबंदी लगा दी है.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रतिबंध 1 जुलाई, 2025 से प्रभावी होगा, जो सार्वजनिक बसों, ट्रेनों और ट्रामों में चॉकलेट, लॉलीज़, कन्फेक्शनरी, डेसर्ट, आइसक्रीम, शीतल पेय और चिप्स जैसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक उत्पादों की तस्‍वीरों को लगाने पर रोक लगाता है.

इसमें कहा गया है कि खाद्य और पेय पदार्थ की ब्रिकी बच्चे के पोषण संबंधी ज्ञान, भोजन प्राथमिकताओं और उसके खाने के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है. विशेषज्ञों ने कहा कि मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज को हानिकारक भोजन और पेय के विज्ञापन से भी जोड़ा गया है.

ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) ने फूड फॉर हेल्थ एलायंस के जेन मार्टिन के हवाले से कहा, “जंक फूड मार्केटिंग का हमारे बच्चों पर वास्तव में प्रभाव पड़ता है.”

मार्टिन ने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है कि विज्ञापनों को राज्य के नियंत्रण में रखा जाए क्योंकि यह विज्ञापन केवल टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नहीं होता है, यह वह जगह है जहां बच्चे स्कूल जाते समय होते हैं. वे जहां भी जाते हैं वहां फास्ट-फूड लेते हैं. यह बहुत अच्छा होगा यदि ब्रोकली और गाजर को फास्ट-फूड के बदले बढ़ावा दिया जाए.

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि दक्षिण अफ्रीका में 63 प्रतिशत से अधिक वयस्क और 35 प्रतिशत बच्चे अधिक वजन वाले या मोटापे से पीड़ित हैं. अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो अगले पांच वर्षों में अतिरिक्त 1,900 बच्चों और 48,000 वयस्कों में मोटापा बढ़ने की उम्मीद है.

कैंसर काउंसिल एसए के अनुसार, वर्तमान में, एसए बसों में खाने-पीने के लगभग 80 प्रतिशत विज्ञापन अस्वास्थ्यकर उत्पादों को बढ़ावा देते हैं.

इस पर रोक लगाए जाने का उद्देश्य सेहत के लिए नुकसानदायक भोजन और पेय पदार्थ से होने वाले जोखिम को कम करना है.

सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों, खाद्य और पेय उद्योग और विज्ञापन उद्योग सहित प्रमुख हितधारकों को शामिल करने वाली सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया के बाद यह उत्पादों की खरीद को कम करने में मदद करेगा.

एमकेएस/केआर