सुहल (जर्मनी), 21 मई . हरियाणा की एक और उभरती प्रतिभा कनक ने जर्मनी के सुहल में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग खेल महासंघ (आईएसएसएफ) जूनियर विश्व कप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. उन्होंने 24 शॉट वाली आठ महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में 239.0 अंक हासिल किए. उन्होंने मोल्दोवा की अन्ना डुल्स को 1.7 अंकों के अंतर से हराया. अन्ना डुल्स दो बार की ओलंपियन और मौजूदा यूरोपीय चैंपियन हैं. चीनी ताइपे की चेन येन-चिंग ने कांस्य पदक जीता.
इससे पहले भारत की दो निशानेबाजों ने जूनियर महिला एयर पिस्टल फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. प्राची ने कनक के बाद पांचवें स्थान पर क्वालीफाई किया था. दोनों ने क्रमश: 571 और 572 अंक बनाए थे.
पिछले साल लीमा में जूनियर विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता कनक ने इस स्तर पर अपना अनुभव दिखाया, जब फाइनल के अंतिम चरण में सबसे महत्वपूर्ण समय पर उन्होंने 10 का स्कोर बनाया और अंत में शानदार जीत दर्ज की.
मैच के बाद के साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “शुरुआत में मैं थोड़ी नर्वस थी, लेकिन मुझे खुशी है कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाई.”
वास्तव में, प्राची ही फाइनल की शुरुआत से ही शीर्ष तीन में थी और पदक जीतने की अधिक संभावना थी, लेकिन 15वें सिंगल शॉट ने सब कुछ बदल दिया. कनक ने 10.5 के स्कोर के साथ बढ़त हासिल कर ली और प्राची ने 8.6 का स्कोर करके खुद को बचाने के लिए संघर्ष किया.
प्राची के पीछे छूट जाने के बाद, कनक ने अपने अगले नौ शॉट में तीन हाई 10, एक स्लिम 10.1 और तीन हाई 9 (9.7,9.8,9.9) शॉट लगाए और मुकाबले में आगे निकल गईं, क्योंकि पीछा करने वाली टीम किसी भी तरह की स्थिरता के लिए संघर्ष कर रही थी.
उन्होंने 9.4 का स्कोर बनाया, जो उनके कोचों को पसंद नहीं आएगा , लेकिन तब तक वह मैच लगभग जीत चुकी थीं.
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आरआर/