स्वस्थ वृद्धावस्था पहल के अभिन्न अंग के रूप में फिजियोथेरेपी को बढ़ावा देना आवश्यक : जेपी नड्डा

New Delhi, 8 सितंबर . विश्व फिजियोथेरेपी दिवस हर साल 8 सितंबर को फिजियोथेरेपिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस अवसर पर स्वस्थ वृद्धावस्था के लिए फिजियोथेरेपी को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया, क्योंकि यह सभी आयु वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में योगदान देती है.

नड्डा ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर, आइए हम सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों की गतिशीलता में सुधार, स्वतंत्रता को बढ़ाने और जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने में फिजियोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करें. इस वर्ष का विषय, “स्वस्थ वृद्धावस्था-गिरने और दुर्बलता में फिजियोथेरेपी की भूमिका”, वृद्धों में गिरने से बचाव और दुर्बलता के प्रबंधन में इसके महत्व पर प्रकाश डालता है, जिससे सक्रिय और सम्मानजनक वृद्धावस्था की ओर उनकी यात्रा को समर्थन मिलता है.”

उन्होंने आगे कहा कि आइए हम पूरे देश में स्वस्थ वृद्धावस्था पहल के एक अभिन्न अंग के रूप में फिजियोथेरेपी को बढ़ावा देते रहें. पीएम मोदी के गतिशील नेतृत्व में Government ने वृद्धजनों और उनके लाभ के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और Governmentी अस्पतालों में कई योजनाएं उपलब्ध कराई हैं. मैं आपसे इन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं.

मुख्य रूप से पीठ दर्द के उपचार के लिए जानी जाने वाली फिजियोथेरेपी, स्ट्रोक, खेल संबंधी चोटों, शल्य चिकित्सा के बाद की सर्जरी, पुराने दर्द के प्रबंधन और गिरने से पीड़ित बुजुर्गों के स्वास्थ्य लाभ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

इस बीच, मंत्री ने India में बुजुर्गों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए केंद्र Government की पहलों का भी उल्लेख किया.

देश भर में 1.6 लाख से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं. आयुष्मान India Prime Minister जन आरोग्य योजना 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को परिवार के आधार पर 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क चिकित्सा उपचार प्रदान करती है.

Government ने वृद्धजनों के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित कार्यक्रम भी शुरू किए हैं, जैसे राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम. यह प्राथमिक और तृतीयक स्तर पर समर्पित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है और राष्ट्रीय वयोश्री योजना, जो भौतिक और सहायक जीवन उपकरण प्रदान करती है.

डीकेएम/एबीएम