जेपी नड्डा ने पीएम मोदी के ‘जवाब’ की प्रशंसा की, कहा – ‘सशक्त, समृद्ध और विकसित भारत’ की दिशा में बढ़ाया कदम

नई दिल्ली, 6 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए गुरुवार को ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे को फिर से दोहराया और इस दिशा में अपनी सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट की. प्रधानमंत्री मोदी के इस जवाब की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने तारीफ की है.

जे.पी. नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति (द्रौपदी मुर्मू) के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने जवाब में सशक्त, समृद्ध और ‘विकसित भारत’ के निर्माण का पथ प्रशस्त किया है और अंत्योदय, सुशासन और गरीब कल्याण के ध्येय को नई दिशा दी है. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने सत्ता-सुख के लिए आजादी के उपरांत संविधान को कुचलने का काम आरंभ कर दिया था. देश पर आपातकाल थोपकर लोकतंत्र का गला घोंटा गया तथा लोकतांत्रिक सरकारों को अस्थिर करने का काम किया गया. पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ‘सबका साथ – सबका विकास’ का मंत्र लेकर हर वर्ग का उत्थान सुनिश्चित करने के साथ बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करते हुए देश के सर्वांगीण विकास के संकल्प की सिद्धि हेतु कटिबद्ध है.”

पीएम मोदी ने राज्यसभा में ‘सबका साथ, सबका विकास’ को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, “यहां ‘सबका साथ, सबका विकास’ के बारे में बहुत कुछ कहा गया है. मुझे समझ में नहीं आता कि लोग इस पर क्यों परेशान हो रहे हैं. यह सबकी साझा जिम्मेदारी है और देश के लोगों ने हमें इसी के लिए चुना है. हालांकि, कांग्रेस से यह उम्मीद करना कि वह इस नारे को समझेगी …एक बड़ी भूल होगी. पूरी पार्टी सिर्फ एक परिवार के लिए समर्पित है और इसलिए उनके लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आदर्श वाक्य के साथ काम करना असंभव है.”

उन्होंने कहा कि यहां पर ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर बहुत कुछ कहा गया. ‘सबका साथ, सबका विकास’ तो हम सबका दायित्व है. इसलिए देश ने हम सबको यहां बैठने का अवसर दिया है. कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में परिवार को प्राथमिकता देना चिंता का विषय है. इसलिए उनकी नीतियां, कामकाज, भाषण – सभी इसी को सुनिश्चित करने पर केंद्रित रहे हैं. मैं देश के प्रति आभारी हूं कि उन्होंने हमें तीसरी बार सेवा करने के लिए चुना. भारत के लोगों ने हमारी प्रगति की नीति को परखा है और हमें अपने वादों को पूरा करते हुए देखा है. हमने लगातार ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्श के साथ काम किया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती होगी. यह उनकी सोच-समझ के बाहर है और उनके रोडमैप में भी शूट नहीं करता. जब इतना बड़ा दल, एक परिवार को समर्पित हो गया है, तो उसके लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ संभव ही नहीं है. कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था. कांग्रेस के मॉडल में ‘फैमिली फर्स्ट’ ही सर्वोपरि है. इसलिए, उनका नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है.”

पीएसके/एकेजे