राहुल गांधी के बयान पर भड़के जेपी नड्डा, की माफी की मांग

नई दिल्ली, 1 जुलाई . कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में हिंदुओं के संबंध में दिए गए बयान को लेकर सियासी बवाल मचा है. बीजेपी लगातार उन्हें इस बयान पर घेर रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कई पोस्ट किए हैं, जिसमें उन्होंने राहुल के बयानों की आलोचना कर उनसे माफी की मांग की है.

जेपी नड्डा ने अपने पोस्ट में कहा, “फर्स्ट डे, वर्स्ट शो (पहला दिन, सबसे खराब प्रदर्शन!) झूठ + हिंदू नफरत = संसद में राहुल गांधी जी. तीसरी बार असफल एलओपी गलतबयानी करने में माहिर हैं. उनके आज के भाषण से पता चलता है कि न तो उन्हें 2024 का जनादेश (उनकी लगातार तीसरी हार) समझ में आया है और न ही उनमें कोई विनम्रता है.“

उन्होंने अपने दूसरे पोस्ट में कहा, “विपक्ष के नेता ने हमारे मेहनती किसानों और बहादुर सशस्त्र बलों सहित कई मामलों में स्पष्ट रूप से झूठ बोला. एमएसपी और अग्निवीर पर झूठे दावों के लिए केंद्रीय मंत्रियों द्वारा उनकी विधिवत तथ्य-जांच की गई. अपनी घटिया राजनीति के लिए वह हमारे किसानों और सुरक्षा बलों को भी नहीं बख्शेंगे.“

इसके अलावा, उन्होंने अपने तीसरे पोस्ट में कहा, “राहुल गांधी जी को सभी हिंदुओं को हिंसक बताने के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए. ये वही शख्स हैं जो विदेशी राजनयिकों को बता रहे थे कि हिंदू आतंकवादी हैं. हिंदुओं के प्रति यह नफरत बंद होनी चाहिए.“

वहीं, उन्होंने अपने चौथे पोस्ट में राहुल गांधी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए नड्डा ने कहा, “विपक्ष के नेता अब 5 बार के सांसद हैं, लेकिन उन्होंने संसदीय मर्यादाएं नहीं सीखीं और न ही उन्हें सभ्यता की समझ है. वह बार-बार बातचीत के स्तर को नीचे कर देते हैं. आज उनके वक्तव्य बहुत ख़राब थे. सभापति की सत्यनिष्ठा और व्यक्तित्व पर अप्रमाणित आक्षेप लगाने के लिए उन्हें सभापति से माफी मांगनी चाहिए.“

सोमवार को संसद के विशेष सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा, लेकिन इस बीच उन्होंने जैसे ही हिंदुओं के संदर्भ में बयान दिया, बीजेपी ने इसे फौरन लपकते ही घेरना शुरू कर दिया.

दरअसल, राहुल गांधी ने कहा कि सत्तापक्ष के लोग खुद को हिंदू कहते हैं, लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं कि ये लोग हिंदू नहीं हूं, क्योंकि हिंदू कभी भी हिंसात्मक नहीं होता है. वो हिंसा नहीं करता है, वो कभी-भी हिंसक प्रवृत्ति का नहीं होता, लेकिन ये लोग (सत्तापक्ष ) हिंसक प्रवृत्ति के हैं.

राहुल के इस बयान पर सत्तापक्ष के लोगों ने खूब हंगामा किया. पीएम मोदी से लेकर अमित शाह तक ने उनके बयान की निंदा की और अब जेपी नड्डा ने भी अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर उनसे माफी की मांग की है.

उधर, राहुल के इस बयान पर पीएम मोदी की भी प्रतिक्रिया भी सामने आई. उन्होंने कहा कि पूरे समुदाय को हिंसक कहना उचित नहीं है. यह गंभीर चिंता का विषय है. इसके अलावा, अमित शाह ने भी राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि “विपक्ष के नेता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वो हिंसा की बात करते हैं और हिंसा करते हैं. शायद वे नहीं जानते कि इस देश में करोड़ों लोग गर्व से खुद को हिंदू कहते हैं. हिंसा को किसी भी धर्म से जोड़ना गलत है. उन्हें माफी मांगनी चाहिए.”

राहुल गांधी ने संसद में भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा था कि शिवजी कहते हैं कि आप डरो मत और डराओ भी मत. सत्तापक्ष वाले हिंदू नहीं हैं. भारतीय संविधान पर प्रहार करने वाले लोगों का जब हमने विरोध किया, तो कुछ लोगों को मिर्ची लग गई. इन लोगों को हमारा विरोध करना रास नहीं आया. इन लोगों ने हमारे कुछ नेताओं को जेल में भी डाल दिया.

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