नई दिल्ली, 9 मार्च . भारत और किर्गिस्तान की सेनाएं सोमवार से एक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास ‘खंजर’ शुरू करने जा रही हैं. इसमें दोनों देशों की सेनाएं पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों को अंजाम देंगी. इसके साथ ही उन्हें एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने के अवसर भी हासिल होंगे.
भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल का सैन्य अभ्यास ‘खंजर’ 10 मार्च से 23 मार्च तक किर्गिस्तान में होगा. दोनों देशों की सेनाओं के बीच होने वाले ‘खंजर’ अभ्यास का यह 12वां संस्करण है. इस महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2011 में हुई थी.
अपनी शुरुआत के बाद से खंजर एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम बन चुका है जिसका अभ्यास बारी-बारी से भारत और किर्गिस्तान में होता है. रक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह सैन्य अभ्यास दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों के अनूठे आयाम को दर्शाता है. पिछला खंजर अभ्यास जनवरी 2024 में भारत में किया गया था.
मंत्रालय ने रविवार को बताया कि इस महत्वपूर्ण अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय दल किर्गिस्तान रवाना हो गया है. भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के सैनिक कर रहे हैं. किर्गिस्तान के सैन्य दल का प्रतिनिधित्व किर्गिज स्कॉर्पियन ब्रिगेड कर रही है.
इस अभ्यास का उद्देश्य शहरी और पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों को अंजाम देना है. दोनों देशों के विशेष बल यहां आयोजित होने वाले अभियानों में अपने अनुभव और सर्वोत्तम तरीकों का आदान-प्रदान करेंगे. इस अभ्यास में स्नाइपिंग और माउंटेन क्राफ्ट के कौशल विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा. कठोर प्रशिक्षण के अलावा इस अभ्यास में दोनों देशों का जीवंत सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी शामिल होगा. भारतीय दल के सदस्य किर्गिज त्योहार नौरोज भी मनाएंगे. यह आदान-प्रदान दोनों देशों के बीच मित्रता के बंधन को और मजबूत करेगा.
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और उग्रवाद का समाधान करते हुए रक्षा संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगा. यह अभ्यास क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने की भारत और किर्गिस्तान की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.
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जीसीबी/एकेजे