समुद्री डकैतियों के खिलाफ भारत-अफ्रीकी देशों का संयुक्त अभ्यास शुरू

नई दिल्ली, 13 अप्रैल . भारत और अफ्रीकी देश समुद्री डकैती तथा अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ रविवार से एक बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास ‘अफ्रीका इंडिया की मैरीटाइम इंगेजमेंट’ (ऐक्यमेय) में शामिल हो रहे हैं. संस्कृत में ‘ऐक्यमेय’ का अर्थ एकता है. यह समुद्री अभ्यास दार-ए-सलाम, तंजानिया में किया जा रहा है.

विभिन्न देशों की नौसेनाओं के बीच 13 से 18 अप्रैल तक हो रहे इस अभ्यास में कोमोरस, जिबूती, एरिट्रिया, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश भाग ले रहे हैं. इस अभ्यास में सबसे पहले हार्बर चरण है जो रविवार से शुरू हुआ है. आगामी 15 अप्रैल तक इस चरण के दौरान कई सैन्य गतिविधियां योजनाबद्ध हैं.

इन गतिविधियों में एंटी-पायरेसी यानी समुद्री में डकैती-रोधी ऑपरेशनों का अभ्यास करना शामिल है. सूचना साझेदारी पर केंद्रित टेबल टॉप और कमांड पोस्ट अभ्यास भी किया जाएगा. तंजानियन पीपल्स डिफेंस फोर्स के सहयोग से सीमैनशिप और विजिट, बोर्ड, सर्च एंड सीजर प्रशिक्षण भी होगा. यहां सैन्यकर्मियों के बीच खेलकूद प्रतियोगिताएं और योग सत्र भी होंगे. इसके अलावा, स्थानीय जनता के साथ जुड़ाव के लिए भारतीय नौसैनिक जहाजों को आम नागरिकों के लिए खोला जाएगा.

इस बीच, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भी तंजानिया पहुंच चुके हैं. उन्होंने वहां भारत के उच्चायुक्त बिश्वदीप डे और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की. रक्षा राज्यमंत्री के मुताबिक, यहां उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डॉ. इमैनुएल नचिंबी से उनकी आत्मीय मुलाकात भी हुई.

इस सैन्य अभ्यास का हिस्सा बनने के लिए भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस चेन्नई और आईएनएस केसरी भी तंजानिया के दार-ए-सलाम बंदरगाह पर पहुंच चुके हैं. नौसैनिक अभ्यास ‘ऐक्यमेय’ के उद्घाटन समारोह की सह-मेजबानी इन जहाजों पर तंजानियन पीपल्स डिफेंस फोर्स के साथ की जा रही है. तंजानिया में भारतीय जहाजों का स्वागत किया गया. आईएनएस चेन्नई पर एक भव्य गार्ड ऑफ ऑनर का आयोजन किया गया. तंजानियन पीपल्स डिफेंस फोर्स और भारतीय नौसेना के बैंड द्वारा दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए गए.

हार्बर फेज में उद्घाटन समारोह और एक औपचारिक डेक स्वागत समारोह का आयोजन हुआ जिसमें रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और तंजानिया के रक्षा मंत्री मुख्य अतिथि रहे.

भारतीय नौसेना द्वारा शुरू की गई यह पहल मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी और संयुक्त संचालन को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. यह भारत और अफ्रीकी देशों के बीच मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी रेखांकित करता है. भारत और अफ्रीका समुद्री सुरक्षा को अत्यधिक महत्व देते हैं. समुद्री सुरक्षा के लिए खतरों जैसे समुद्री डकैती, तस्करी सहित अवैध गतिविधियों, अनियमित और अप्रतिबंधित मछली पकड़ने से निपटने में सूचना और निगरानी साझा करने के माध्यम से सहयोग बढ़ाने के लिए इन देशों ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है.

जीसीबी/एकेजे