जोधपुर जिले में फलोदी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग का अपहरण कर उसका विवाह 45 साल के उम्रदराज व्यक्ति से कर दिया. परिजनों ने विवाह ही नहीं किया बल्कि उसकी एवज में पैसे भी लिए. इसकी सूचना राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष को मिली.
इस पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर को सूचित किया. जिला कलेक्टर ने ग्रामीण एसपी को सूचित किया. ग्रामीण एसपी ने कहा सूचना मिलते ही मामले की जांच करवा कर उचित कार्रवाई की.
शिकायतकर्ता नाबालिग की बड़ी बहन संजू ने बताया कि उसकी मौसी गंगा जो कि उसके घर के पास ही लोहावट के बरजासर गांव में रहती है. उसने उसकी शादी 45 वर्षीय युवक के साथ तय कर दी . उसे जैसे ही पता चला तो वह वहां से भाग कर अपने घर पहुंच गई.
लेकिन उसकी छोटी बहन जो कि 16 वर्ष की है, उसका विवाह उसके साथ कर दिया. यह शादी बीकानेर के जांगलू गांव के पांचू थाना के अगूणा वास में किशन सिंह पुत्र मूल सिंह से की.

लड़की के पिता जब्बर सिंह, माता रूप कंवर फलाेदी तहसील के लोहावट के बरजासर गांव निवासी हैं. लड़की की मौसी गंगा कवर व उसके पति मेघ सिंह ने 5 लाख रुपए इस शादी के एवज में लिए हैं. यह जानकारी देते हुए बालिका वधु की बड़ी बहन संजू कंवर ने बताया कि उसका बाल विवाह हो गया था और पति के देहांत के बाद दूसरी शादी के लिए उसकी मौसी व मौसा उसे अपने घर लाए थे.
संजू ने बताया कि जब उसको वहां लड़के की फोटो दिखाई तो उसने मना कर दिया और वहां से भाग कर अपने घर आ गई. लेकिन उसकी छोटी बहन को जबरदस्ती अगवा कर के शादी के लिए ले गए और उसकी शादी कर दी. संजू ने कहा कि उसने दसवीं कक्षा तक पढाई की है. उसे लगा कि उसके साथ गलत हो रहा है तो वह भाग गई.
लेकिन उसको यह नहीं पता था कि उसकी 16 वर्षीय बहन के साथ परिवार वाले ऐसा करेंगे. इस पर उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट लगाई और थाने में भी लिखित शिकायत की. लेकिन इस पर उसकी सुनवाई नहीं हुई.
बालिका वधु के चचेरे भाई विशाल सिंह ने बताया कि शादी संजू कंवर की तय की थी. वह बाल विधवा है. लेकिन उसने शादी से मना किया और भाग कर घर आ गई. इस पर लड़के वालों ने पैसे लौटाने की बात की. तब छोटी बहन की शादी उसके साथ कर दी.
इसकी शिकायत फोन पर छोटे भाई ने बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल से की. विशाल ने बताया कि प्रशासन की टीम लड़की के पिता जब्बर सिंह के घर आकर गई थी. लड़की को संरक्षण में लिया या नहीं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है.
बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि टेलीफोन पर सूचना मिलने ही तुरंत जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को फोन कर सूचना दी व उचित कार्रवाई करने को कहा उन्होंने बताया कि बाल आयोग ने सूचना मिलते ही संज्ञान लिया और तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है. बच्ची को संरक्षण में ले लिया गया है.
जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि एसपी और एसडीएम को सूचित कर दिया गया है इस दिशा में नियम अनुसार कार्रवाई की जा रही है. ग्रामीण एसपी धर्मेद्र यादव ने बताया कि सूचना मिली है संबंधित थाने में सूचित किया गया है.