राज्य सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह जसोल ने पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के साथ जयपुर Jaipur में हुए व्यवहार की निंदा की. उन्होंने कहा कि वीरांगनाएं हों या अन्य महिलाएं, उनके साथ दुर्व्यवहार असहनीय है. उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्य है कि पुलवामा को फिर से राजनीतिक मुद्दा बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि सैनिक कल्याण बोर्ड व राज्य सरकार वीरांगनाओं व उनके बच्चे को नौकरी दे सकती है और यह नौकरी उनके लिए सुरक्षित है. लेकिन केंद्र सरकार गृह मंत्रालय में यह प्रावधान है कि वह शहीद के परिवार में किसी भी आश्रित को नौकरी दे सकते हैं. ऐसे में अपने देवर की नौकरी की मांग केंद्र में गृह मंत्रालय से करनी चाहिए.
जसोल ने शुक्रवार को जोधपुर के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता में वीरांगनाओं के इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि पुलवामा शहीदों पर राजनीति होना दुर्भाग्य है. उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं से मैं स्वयं मिला हूं. और उनसे कहा था उनकी या फिर उनके बच्चे की नौकरी सुरक्षित है.