जितेंद्र आव्हाड महाराष्ट्र की राजनीति के राखी सावंत हैं : सूरज चौहान

मुंबई, 3 अक्टूबर . एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड के बयान पर अजित पवार गुट के प्रवक्ता सूरज चौहान ने निशाना साधा है. उन्होंने आव्हाड को महाराष्ट्र की राजनीति का राखी सावंत बताया है. उन्होंने कहा कि आव्हाड सिर्फ चर्चा में बने रहने के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.

उन्होंने कहा, “यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि जितेंद्र आव्हाड को हार दिख रही है, जिसे देखते हुए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं, जिनका सत्यता से कोई सरोकार नहीं है.”

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जितेंद्र आव्हाड के मानसिक संतुलन के उपचार में जो भी खर्चा आएगा, उसका भुगतान हम कर देंगे. हमें कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि वो इस तरह के बयानों से लोगों के बीच महाराष्ट्र की राजनीति के संबंध में भ्रामक जानकारियां प्रचारित कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.”

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या जितेंद्र आव्हाड बाबा भीमराव आंबेडकर को नहीं मानते हैं? क्या उनके सिद्धांतों पर उन्हें विश्वास नहीं है, शायद नहीं है, इसलिए वो इस तरह का बयान दे रहे हैं. यही नहीं, उनके बयानों से यह साफ जाहिर हो रहा है कि उन्हें लोकतंत्र पर भी विश्वास नहीं है, क्योंकि यहां हमें एक बात समझनी होगी कि कोई भी राजनीतिक दल प्राइवेट लिमिटेड नहीं होता है. उस संगठन में क्या काम होंगे, कौन से निर्णय लिए जाएंगे, यह सब कुछ उस संगठन के प्रमुख द्वारा तय किए जाते हैं और प्रमुख को चुनने का कार्य पदाधिकारी करते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि लोकतंत्र में मौजूद हर राजनीतिक दल में हर काम लोकतांत्रिक प्रणाली के जरिए ही संपन्न होता है. लेकिन, जिस तरह का बयान आव्हाड दे रहे हैं, उससे यह साफ जाहिर है कि उन्हें लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास नहीं है.”

बता दें कि महाराष्ट्र में जारी चुनावी प्रक्रिया के बीच जितेंद्र आव्हाड ने मुंब्रा के चंद्र नगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है.

दरअसल, उन्होंने कहा कि एक बार महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार आने दीजिए. मैं दावे के साथ कहता हूं कि इसके बाद महज सात दिन के भीतर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू मोदी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगे.

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