मुंबई, 3 नवंबर . महाराष्ट्र में इस समय विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जारी है. ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस बीच ठाणे जिला के मुंब्रा-कलवा विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने मुंब्रा के चंदनगर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार आने दो और देखो कैसे हम अगले सात दिन के अंदर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार का समर्थन केंद्र सरकार से वापस ले लेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुंब्रा में कुछ महीने पहले 400 लोगों के धर्मांतरण मामले में सबसे पहले बोलने वाला मैं था.
यदि मैं नहीं बोलता तो हमारे मुंब्रा के 50 से ज्यादा लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस उठाकर लेकर जाती. मैंने इसका विरोध किया और अगले 24 घंटे के भीतर ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपना बयान वापस लिया और कहा कि कोई भी धर्मांतरण नहीं हुआ है.
जितेंद्र आव्हाड महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सीएम मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु प्रोफेट मोहम्मद पैगंबर साहब के खिलाफ विवादित बयान देने वाले के साथ एक ही मंच शेयर करते हैं. रामगिरी महाराज भोंदू बाबा हैं. एकनाथ शिंदे खुद प्रोफेट मोहम्मद पैगंबर साहब के खिलाफ विवादित बयान देने वाले रामगिरी महाराज को कहते है कि आपको कुछ नहीं होगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमेशा कहा था, अगर लड़ाई के बीच मस्जिद आती है तो उसे हाथ तक मत लगाओ. कोई परंपरागत किताब रस्ते में दिख जाए तो उसे हाथ मत लगाओ. किताब को उठाकर साइड में सही जगह पर रख दो, लेकिन हुआ क्या, पुलिस को पता था कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर के इरसाल वाडी में दंगा होगा, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. दंगा हुआ और अनेक लोगों के घर उजड़ गए.
शरद पवार कभी भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सामने नहीं झुके. मैं जानता हूं कि कैसे शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बढ़ाने का काम किया है. शरद पवार को कैंसर हुआ था, फिर भी वो पार्टी को बचाने के लिए आज भी युवा की तरह काम करते हैं. अभी जो अजित पवार के लोग मुंब्रा में आए और उनकी विचारधारा देखो गोलवलकर की दिशा की ओर जा रही है. शरद पवार ने अजित पवार को धक्के देकर घर से निकाला था. हमें संविधान नहीं चाहिए, सबसे पहले किसने कहा था, वह आरएसएस और बीजेपी थी. बीजेपी और आरएसएस का मुखपत्र ऑर्गनाइजर में अनेक आर्टिकल छपे हैं और उस दौरान जब आरएसएस अपने हेडक्वार्टर पर झंडा नहीं फैला रहे थे, तभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के हेड ऑफिस पर गए, वहां पर झंडा लगाया और आज भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर झंडा फैलाने का केस चल रहे हैं.
उन्होंने कहा, “राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार आएगी, तो तीन हजार रुपये प्रति माह देंगे. कोई महिला के साथ बलात्कार करने की कोशिश नहीं करेगा. हमारी छोटी बहनों को भी पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी. राज्य में महंगाई कितनी बढ़ गई है. महाराष्ट्र के सरकारी अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को पैसे देने के लिए राज्य सरकार के पैसे नहीं है, महाराष्ट्र की तिजोरी खाली हो गई है. जिस दिन महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार बन गई उस दिन से लेकर 7 दिन में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार दिया हुआ समर्थन वापस ले लेंगे और केंद्र की सरकार को हम गिरा देंगे.”
उन्होंने मतदाताओं से जागरूक होकर जुल्मों के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने की अपील की है.
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एफजेड/