रांची, 15 अक्टूबर . झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता अपने घरों में बैठकर मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. इसके अलावा एक निर्धारित सीमा के अंदर आने वाले दिव्यांग मतदाताओं को भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए उन्हें पहले आयोग की ओर से जारी एक प्रपत्र (फॉर्म 12 डी) भरना होगा.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने मंगलवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाना और चुनावी प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना आयोग की प्राथमिकता है. सभी मतदान केंद्रों पर सीधी निगरानी के लिए वेबकास्टिंग कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है. सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कहीं से भी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की सूचना मिलने पर उसका सत्यापन करके तत्काल सख्त कार्रवाई करें. कोई भी नागरिक सी विजिल ऐप के जरिए इससे संबंधित शिकायत कभी भी दर्ज करा सकते हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि दो चरणों में होने वाले मतदान के दौरान प्रत्येक बूथ पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी. पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार पूरे राज्य में 41 मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं. कुल 29,521 बूथों पर मतदान को लेकर कोई असुविधा नहीं हो, इसे लेकर व्यापक तैयारी की गई है. चुनाव कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया है. मतदान केंद्रों पर मतदाताओं का इंतजार कम हो, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक ऐप भी जारी करेगा, जिसके माध्यम से मतदाता मतदान केंद्रों की स्थिति, मसलन मतदान केंद्र पर कितने लोग कतार में हैं, यह जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा और संदीप सिंह भी मौजूद थे.
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एसएनसी/एबीएम