झारखंड बोर्ड पेपर लीक : कांग्रेस ने दोषियों पर सख्ती की मांग की, भाजपा ने सरकार को घेरा

रांची, 20 फरवरी . झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेएसी) की 10वीं कक्षा के हिंदी और साइंस के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले ने राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है. इस मामले पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि छात्रों के भविष्य से जुड़ा यह मामला गंभीर है और इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएं, चाहे वह छोटे अधिकारी हों या बड़े अधिकारी, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक तौर पर चिंता का विषय है क्योंकि बच्चों का भविष्य इस परीक्षा से जुड़ा हुआ है. हमें लगता है कि इस मामले पर गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा कि यह मामला सिर्फ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर भी सवाल खड़ा करता है. जैसे नीट का पेपर लीक हुआ था, उस पर केंद्र सरकार ने अब तक क्या कदम उठाए हैं? इस पर भी सवाल उठाना जरूरी है.

वहीं, भाजपा प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने इस मामले में कहा कि शुरुआत में झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इसे मानने से इनकार किया था कि प्रश्न पत्र लीक हुए थे, जबकि छात्रों के पास इलेक्ट्रॉनिक सबूत थे. लेकिन, बाद में बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और हिंदी और साइंस की परीक्षा रद्द कर दी.

उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. उन्होंने राज्य सरकार से भी अपील की कि इस षड्यंत्र में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. प्रदीप सिन्हा ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि यह छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ है और इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल को अब यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने जैसी घटनाओं को रोका जाए.

पीएसके/एबीएम